दिलखुश मीणा
सावर(अजमेर)@स्मार्ट हलचल|कहते हैं कि इंसानियत आज भी जिंदा है — इसका जिंदा उदाहरण बने भेरुधाम सेवा समिति के लाल धागे सरकार महाराज, जिन्होंने एक असहाय युवक के जीवन में नई रोशनी भर दी। गरीबी और लाचारी से जूझ रहे मेहरुकला निवासी कैलाश कहार पुत्र देबीलाल कहार को ₹1 लाख 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान कर लाल धागे सरकार ने मानवीय सेवा की अनोखी मिसाल पेश की।
कैलाश पिछले दस वर्षों से लकवे की बीमारी से पीड़ित हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने से परिवार जीवन के संघर्ष में टूट चुका था। लेकिन जैसे ही लाल धागे सरकार महाराज को अपने पुराने स्कूली साथी कैलाश की हालत का पता चला, वे खुद समिति सदस्यों के साथ उसके घर पहुंचे और सहायता राशि सौंपी।
महाराज ने कहा कि “हर असहाय और गरीब व्यक्ति की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है। यदि हमारे प्रयास से किसी की आंखों में उम्मीद लौट आए, तो वही सच्ची पूजा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि समाज में कोई भी व्यक्ति भूखा, असहाय या निराश न रहे, इसके लिए सभी को आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर पर्वतारोही जैकी कहार ने कहा कि लाल धागे सरकार ने जिस संवेदनशीलता और मानवता का परिचय दिया है, वह समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
गांव में इस मदद की खबर फैलते ही खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने भेरुधाम सेवा समिति और लाल धागे सरकार महाराज का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने “इंसानियत की नई परिभाषा लिख दी है।”


