सलूंबर। स्मार्ट हलचल|नगर के स्थानीय बैंक ऑफ बड़ौदा एटीएम पर रूपये निकालने गए एक युवक के साथ मारपीट व जबरन वसूली का मामला सामने आया है। जिसको लेकर पीड़ित ने एसपी को परिवादी दिया है। पीड़ित युवक ने परिवाद में सलूंबर थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। पीड़ित गिरीश पुत्र धुलजी पटेल निवासी डाल डांगीवाड़ा ने बताया कि वह सोमवार की शाम करीब 6:30 बजे अपने साथी प्रवीण पंचाल के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम पर रूपये निकालने गया था। उसने एटीएम से राशि निकाली। इसी दौरान बाहर दो व्यक्ति मौजूद थे, जो खुद को पुलिसकर्मी बताकर अंदर आए। उनमें से एक का नाम लोकेश पटेल बताया गया है। आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों ने गिरीश को एटीएम के अंदर ही पकड़ लिया और उसका मोबाइल फोन व नकद पैसे छीन लिए। गिरीश ने बताया कि पुलिसकर्मी लोकेश ने उसके मोबाइल में एक ऐसा ऐप डाउनलोड किया जो “लड़कियों से संबंधित” बताया गया और उस पर झूठा आरोप लगाया गया कि वह इस तरह के काम करता है।
पीड़ित के अनुसार उसने उसी वक्त एटीएम से कुल 49 हजार निकाले थे, जिनमें से 29 हजार अपने भाई को एटीएम के पास में दुकान पर दिए और शेष 20 हजार अपनी जेब में रखे थे। एटीएम से पुलिसकर्मियों ने उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर थाने ले जाने के बहाने 20 हजार नकद छीन लिए। थाने पर ले जाने के बाद उसके साथ पुलिसकर्मी द्वारा मारपीट का आरोप है। और अपमानित करने के बाद छोड़ दिया गया।
गिरीश का कहना है कि यह कोई अकेली घटना नहीं है — क्षेत्र में पुलिसकर्मी आम लोगों के मोबाइल में झूठे एप डाउनलोड कर धमकाकर वसूली कर रहे हैं। उसने मांग की है कि इस घटना की जांच एटीएम कैमरों के फुटेज के आधार पर निष्पक्ष रूप से कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
पीड़ित ने कहा कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो क्षेत्र के गरीब और आम लोग इसी तरह झूठे मामलों में फंसकर प्रताड़ित होते रहेंगे। गिरीश ने उस ऐप की कॉपी भी सबूत के तौर पर संलग्न की है, जिसे उसके मोबाइल में डाउनलोड किया गया था।


