समाज के विकास और एकता को लेकर व्यक्त किए गए संकल्प
शाहपुरा। मूलचन्द पेसवानी
पंचायत समिति सभागार में वाल्मीकि समाज सेवा समिति के नव नियुक्त अध्यक्ष गोपाल घूसर के सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विधायक डॉ. लालाराम बैरवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने समाज के नवनियुक्त अध्यक्ष गोपाल घूसर का पुष्पहार पहनाकर एवं परंपरागत मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर अभिनंदन किया। समारोह में समाज के वरिष्ठजन, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और भाजपा पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
विधायक डॉ. लालाराम बैरवा ने अपने संबोधन में कहा कि वाल्मीकि समाज समाज सेवा और स्वच्छता का पर्याय रहा है। उन्होंने कहा कि इस समाज ने हमेशा अपने कर्मों से समाज में प्रेरणा दी है और हर परिस्थिति में देश, प्रदेश और नगर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बैरवा ने कहा कि समाज के हर वर्ग की उन्नति के लिए वे सदैव तत्पर हैं। अगर वाल्मीकि समाज को किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता होगी, तो वे हर संभव मदद करने को तैयार रहेंगे।
उन्होंने नव नियुक्त अध्यक्ष गोपाल घूसर को बधाई देते हुए कहा कि युवाओं में नेतृत्व क्षमता और समाज के प्रति समर्पण का भाव ही किसी भी संगठन को ऊँचाइयों तक ले जाता है। उन्होंने विश्वास जताया कि गोपाल घूसर अपने पद की गरिमा को बनाए रखते हुए समाज के विकास, शिक्षा, रोजगार और एकता के लिए काम करेंगे।
इस अवसर पर भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष पंकज सुगंधी, जिला मंत्री राजेंद्र बोहरा, पूर्व नगर अध्यक्ष रमेश मारू एवं भाजपा नेता राजाराम पोरवाल ने भी मंच साझा करते हुए नव नियुक्त अध्यक्ष को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज हमेशा सेवा, स्वच्छता और समानता के सिद्धांतों पर कार्य करता आया है। समाज के युवा आगे बढ़ें और शिक्षा व सामाजिक जागरूकता के माध्यम से समाज को नई दिशा दें, यही सच्चा सम्मान होगा।
समारोह में समाज के वरिष्ठ सदस्य कैलाश चंद्र घूसर, विष्णु घूसर, शांति प्रकाश घूसर, अनिल घूसर, कालूलाल घूसर, विजेंद्र घूसर, प्रियांशु गहलोत, देवराज जाजोट, पुष्पेंद्र कुमार घूसर, मुकेश घूसर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समाजजन उपस्थित रहे। सभी ने विधायक बैरवा का पुष्पहार पहनाकर आभार व्यक्त किया और समाज की एकजुटता का परिचय दिया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने समाज में शिक्षा के प्रसार और युवाओं को नशे से दूर रखकर सकारात्मक दिशा में अग्रसर करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज की पहचान केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि आज इस समाज के युवा डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक और सरकारी अधिकारी बनकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। ऐसे में समाज को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है।
नव नियुक्त अध्यक्ष गोपाल घूसर ने कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि पूरे समाज का है। उन्होंने कहा कि वे समाज के हर सदस्य की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। समाज में एकता, पारस्परिक सहयोग और भाईचारा बनाए रखना ही उनका मुख्य उद्देश्य रहेगा। उन्होंने युवाओं से समाज सुधार और शिक्षा के प्रचार-प्रसार में सहयोग की अपील की।
समारोह में माहौल सौहार्दपूर्ण और उत्साहपूर्ण रहा। हर चेहरे पर गर्व और सम्मान की झलक दिखाई दी। पगड़ी और माल्यार्पण के साथ-साथ समाज के लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी और समाज की प्रगति के लिए एकजुट रहने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ समाजसेवी शांति प्रकाश घूसर ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन विष्णु घूसर ने किया। अंत में समाज के सभी उपस्थितजनों ने यह संकल्प लिया कि वे सामाजिक एकता, स्वच्छता और सेवा के आदर्शों को आगे बढ़ाते हुए शाहपुरा को आदर्श समाज निर्माण का उदाहरण बनाएंगे।


