क़ानूनो मे बदलाव की आवश्यकता पर रखे अपने विचार
भीलवाड़ा । नई दिल्ली में भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल ने जन विश्वास बिल 2025 प्रवर समिति (क़ानूनो में संशोधन) की बैठक में भाग लेकर विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रख कुछ पुराने कानूनों में संशोधन के प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की। सांसद प्रवक्ता विनोद झुरानी ने बताया कि नई दिल्ली में आयोजित लोकसभा जनविश्वास बिल की आवश्यक बैठक में भाग लेकर सांसद अग्रवाल ने कहा कि पुराने जमाने से चले आ रहे कुछ क़ानूनो मे बदलाव की आवश्यकता है। खुदरा दवा विक्रेताओं के विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि अब तो समय है कि इज ऑफ डुईंग बिजनेस के तहत दवाई खुदरा विक्रेताओ के लिए फार्मासिस्ट की अनिवार्यता समाप्त की जाए, रिटेलर्स तो केवल डाक्टर द्वारा लिखी गई दवाई को दवाई उत्पादनकर्ताओ द्वारा तय मानको के हिसाब से पैकेजिंग की गई दवाई को मरीजों को उपलब्ध करवाता है ।
वर्तमान मे दवाई उत्पादनकर्ताओ द्वारा निर्मित प्रत्येक बैच की दवा तय मानकों और गुणवत्तायुक्त हो, इसकी जवाबदारी विभाग के अधिकारियों की है, बैच वाईज दवाई बजार मे आने से पूर्व उसकी गुणवत्ता की जांच सघन प्रक्रिया से ज्यादा सुदृढ़ होनी चाहिए । वर्तमान मे कोई भी दवा विक्रेता अथवा फार्मासिस्ट द्वारा दवा निर्माण या उसके मिश्रण जैसी कोई प्रक्रिया अब नही है, जबकि पुराने अव्यवहारिक कानूनों की आड़ मे ड्रग इन्सपेक्टर्स द्वारा खुदरा दवा विक्रेता को आए दिन नाजायज परेशान किया जाता है । अतः इनमें संशोधन की महती आवश्यकता है ।


