(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी।स्मार्ट हलचल|मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन के निर्देशन और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस. रामाकृष्णन के नेतृत्व में वाराणसी मंडल के रेलवे सुरक्षा बल ने एक बार फिर सेवा, सतर्कता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है। रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, अवैध सामानों की रोकथाम और यात्रियों की मदद में आरपीएफ लगातार मिसाल कायम कर रहा है।
इसी क्रम में 12 नवम्बर, 2025 को कंट्रोल वाराणसी से सूचना मिली कि वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस के जनरल कोच में एक डरी-सहमी नाबालिग लड़की अकेली बैठी है। सूचना पर उप निरीक्षक पूनम पाठक व कांस्टेबल श्यामबदन ने देवरिया सदर स्टेशन पर ट्रेन को अटेंड किया और लड़की को सुरक्षित उतारा। पूछताछ में उसने अपना नाम पूनम कुमारी (15 वर्ष) निवासी रामे थाना नारदीगंज, जिला नवादा बताया और कहा कि वह मां की डांट से नाराज होकर घर से भाग गई थी। आरपीएफ ने परिवार को सूचना दी और प्रभारी निरीक्षक के आदेश पर लड़की को स्टेशन मास्टर संजीव कुमार सिंह की मौजूदगी में चाइल्ड लाइन देवरिया को सुपुर्द किया।
इसी दिन प्रयागराज रामबाग पोस्ट पर ऑपरेशन अमानत के तहत वैशाली एक्सप्रेस में हेड कांस्टेबल रवि शंकर पांडे व कांस्टेबल सत्यवान सिंह ने एक काले रंग का हैंडबैग बरामद किया। जांच में बैग नोएडा निवासी रजत अग्रवाल की सहयात्री सुनीता गोयल का निकला। बैग में ₹5050 नगद सहित सामान सुरक्षित मिला, जिसे पहचान के बाद सही-सलामत यात्री को लौटा दिया गया।
उसी दिन आरपीएफ छपरा ने ऑपरेशन सेवा के तहत एकमा स्टेशन पर प्लेटफॉर्म पर गिरे घायल वृद्ध यात्री जनार्दन सिंह (70 वर्ष) को तत्काल एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया और उनके परिजनों को सूचना दी।
10 नवम्बर को आरपीएफ औड़िहार पोस्ट ने जीआरपी, स्थानीय थाना पुलिस और रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के सहयोग से स्टेशन परिसर में करीब 5000 वर्ग फीट में फैले अवैध अतिक्रमण को शांतिपूर्वक हटवाया।
वहीं 11 नवम्बर को देवरिया और 9 नवम्बर को औड़िहार पोस्ट पर यात्रियों के छूटे बैगों को खोजकर पहचान के बाद उनके मालिकों को सुरक्षित लौटाया गया।
जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों की सुरक्षा और उनकी संपत्ति की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है। आरपीएफ का हर जवान अपने कर्तव्य के साथ मानवता की ड्यूटी भी निभा रहा है।


