रोहित सोनी
आसींद। बाल दिवस के अवसर पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दौलतगढ़ (तहसील आसींद) में बच्चों की रचनात्मकता, अधिकारों की समझ एवं व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देने हेतु एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA), नई दिल्ली, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (RSLSA), जयपुर के निर्देशानुसार तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भीलवाड़ा एवं अध्यक्ष, तालुका विधिक सेवा समिति आसींद के आदेशों के अंतर्गत आयोजित हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में शिक्षा, अधिकारों, सुरक्षा और दायित्वपूर्ण नागरिकता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। विद्यालय के छात्रों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए चित्रकला, स्लोगन लेखन, निबंध लेखन, बाल-अधिकार जागरूकता प्रस्तुति और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों द्वारा “बाल अधिकार”, “बाल सुरक्षा”, “शिक्षा का अधिकार”, “बाल विवाह निषेध”, “बाल मजदूरी से मुक्ति”, “बाल संरक्षण” और “सुरक्षित बचपन–मजबूत भारत” जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रभावशाली चित्र और संदेश प्रस्तुत किए गए।कार्यक्रम का संचालन पैरा लीगल वॉलंटियर (PLV) सुखी जाट द्वारा किया गया। संबोधन के दौरान PLV सुखी जाट एवं विद्यालय प्राचार्य ने कहा कि “बाल दिवस बच्चों की खुशियों, अधिकारों और उनके सर्वांगीण विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाती हैं और उन्हें अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति अधिक सजग बनाती हैं।”


