स्मार्ट हलचल/राज्य महाविद्यालय की हालत आज इतनी गंभीर बन चुकी है 21 कर्मचारीयों के पद होने के बाद चार कर्मचारी कार्यरत है जिसमें एक व्याख्याता का डेपुटेशन किया गया है कार्ये भार प्राचार्य राजेश वर्मा ने बताया कि यहां पर कंप्यूटर ऑपरेटर का कोई पद नहीं है चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का एक पद है लेकिन वह भी मौजूद नहीं है वरिष्ठ सहायक के दो पद कनिष्ठ सहायक के दो पद सभी पदों को मिलाकर यहां पर 26 पद है जिसमें व्याख्याता के 10 पद है समाजशास्त्र और हिंदी के व्याख्याता कार्यरत है समाजशास्त्र के व्याख्याता को प्राचार्य का कार्याभार दे रखा है ना ही लाइब्रेरी लाइब्रेरी के बारे में जाना तो पता चला कि आर्ट में बैचलर और मास्टर कोर्सेज की किसी प्रकार की कोई पुस्तक अवेलेबल नहीं है स्पोर्ट्स कि किसी प्रकार के कोई सामग्री छात्र-छात्राओं को नहीं मिलती है कांग्रेस सरकार में बनी इस बिल्डिंग के ठेकेदारों द्वारा जो कार्य किया गया आज भवन की दीवारों पर पूरी तरह क्रेक नेस आ चुकी है पीडब्ल्यूडी के जयन को कई बार अवगत कराने पर छात्र छात्राओं की इस बात पर कोई कार्यवाही नहीं की गई भवन में छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था है लेकिन आज तक भवन का चैनल खोलकर किसी ने साफ सफाई तक नहीं की है ऐसे में ठेकेदारों के हौसले दिन पर दिन बुलंद होते जा रहे हैं इस गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए छात्र-छात्राओं ने यह निर्णय लिया है कि अगर जल्दी ही व्याख्याता को नहीं लगाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा