युवा जागृति संस्थान के ग्रीन सरिस्का क्लीन सरिस्का स्वच्छारणय अभियान से मिला वनों को संरक्षण
बानसूर। स्मार्ट हलचल/युवा जागृति संस्थान विगत 3 वर्षों से वन्यजीवों के संरक्षण के साथ वन संरक्षण पर भी पूरा ध्यान दे रहा है संस्थान द्वारा स्वच्छारणय अभियान के तहत ग्रीन सरिस्का क्लीन सरिस्का अभियान से जुड़कर पिछले 3 वर्षों में लगातार भिन्न-भिन्न प्रकार की पहल चलाकर स्वच्छता कार्यक्रम को बढ़ाया जा रहा है संस्था के वॉलिंटियर्स की मदद से अब तक सरिस्का में स्वच्छारणय अभियान के 27 चरण पूर्ण कर लिए गए हैं और आगे भी इस दिशा में प्रयास जारी है काफी संख्या में लोगों में वन्यजीवों व वनों को बचाने के लिए जागरूकता बढ़ी है संस्थान के कार्य सरिस्का प्रशासन की नजरों में भी आया और उन्होंने इसकी सराहना कर संस्था के पक्ष में मदद के हाथ बढ़ाएं अब तक सरिस्का प्रशासन एवं युवा जागृति संस्थान द्वारा वन क्षेत्र में स्वच्छता का कार्य कर लगभग दो से ढाई टन प्लास्टिक इकट्ठा किया जा चुका है और जंगल में फैले प्लास्टिक युक्त पदार्थ कूड़े कचरे को इकट्ठा कर उचित निस्तारण किया गया है संस्थान स्कूली बच्चों व युवाओं को कार्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है ताकि आने वाली पीढ़ियां प्राकृतिक धरोहरों के प्रति सजग बनी रहे। युवा जागृति संस्थान पिछले 15 वर्षों से पेड़ पानी और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ रहा है संस्थान ने लोगों को पर्यावरण का मानव जीवन में कितना और क्या महत्व है को समझने के लिए हर प्रकार से प्रयास किए हैं वर्षा ऋतु के समय में पहाड़ी क्षेत्र में सीड बॉल्स डालकर कर नए पौधे को अंकुरित किया जाता है तथा वृक्षारोपण का कार्य भी किया जाता है ताकि जंगल में वनों की वृद्धि हो सके, घर में होने वाले मांगलिक अवसरों पर जैसे बेटी के जन्मदिवस पर पौधारोपण करना, रक्षाबंधन के अवसर पर पेड़ों को राखी बांधकर एवं पेड़ लगाकर रक्षाबंधन मानना उदयनाथ धाम( थानागाजी) के आसपास के गांव में जन्म लेने वाली बेटियों के नाम से वृक्षारोपण करना एवं उनके हाथ से पेड़ों को राखी बंधवाकर पेड़ की सुरक्षा के लिए जागरूक करना, आदि युवा जागृति संस्थान के सीईओ गोकुल सैनी जी को वन्य जीव प्रेमी के रूप में पहचान मिल चुकी है इनका कहना है कि पर्यावरण का संरक्षण मानव जीवन का संरक्षण है यदि वन्य जीव जंतु पेड़ पौधे संरक्षित सुरक्षित होंगे तो मानव जीवन भी सुरक्षित बना रहेगा और प्रकृति का संतुलन यथावत रहेगा हमने पिछले 15 वर्षों में काफी प्रयास किया है कि वन अभ्यारणों की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए लोग आगे आए अभियान का हिस्सा बने जन जागरूकता बढाई है इसमें मैं सरिस्का प्रशासन का बड़ा आभारी हूं जिन्होंने हमारी इस विडंबना को समझते हुए सहयोग का हाथ बढ़ाया है रेंजर जितेंद्र चौधरी जी डीएफओ सर स्कूली बच्चे, टीवीएम स्कूल के व्यवस्थापक सभी ने मिलकर इन कार्यों में सहयोग किया है।
अभियान की प्रेरणा
थानागाजी अलवर के रहने वाले श्री बद्री सैनी प्रत्येक मंगलवार के दिन पांडुपोल के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के लिए जाते थे वे वहां पर मंदिर प्रांगण व पेड़ पौधों के आसपास फैले कचरे को हटाने का कार्य करते थे और आने वाले पर्यटकों को कचरा न फैलाने की हिदायत देते थे और कहते थे कि मनुष्य के समान जीव जंतु मनुष्य जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है कचरा इधर-उधर ना फैलाए इसे खाकर जीव जंतु अपनी जीवन लीला खत्म कर रहे हैं यही से प्रेरणा पाकर ग्रीन सरिस्का क्लीन सरिस्का स्वच्छारणय अभियान का शुभारंभ सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान में किया गया है और आज सरिस्का में संस्थान के वॉलिंटियर्स एवं सरिस्का प्रशासन के माध्यम से अभ्यारण की स्वच्छता में कार्य किये जा रहे हैं।