डिग्गी के संत सियाराम दास बाबा के ब्लाईण्ड मर्डर का करीब 4 माह बाद टोंक पुलिस ने किया खुलासा,Siyaram Das murder revealed
– पुलिस की गठित टीम ने ब्लाइंड मर्डर केस के दो आरोपियों को अथक प्रयासों से मालपुरा व अराई क्षेत्र से किया गिरफ्तार
ब्यूरो रिपोर्ट :- शिवराज बारवाल मीना / मनोज टाक
टोंक/मालपुरा । टोंक जिले के डिग्गी थाना क्षैत्र में विगत 4 महीने पूर्व 29-30 अगस्त 2023 की रात्री में भूरिया महादेव मन्दिर के संत सियाराम दास बाबा की अज्ञात लोगों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में राजर्षिराज वर्मा (आईपीएस) जिला पुलिस अधीक्षक टोंक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मालपुरा पुष्पेन्द्र सिंह के निकटतम सुपरविजन में अनुसंधान अधिकारी चक्रवर्त्ती सिंह वृत्ताधिकारी वृत्त मालपुरा के नेतृत्व में थानाधिकारी थाना डिग्गी अयूब खान व गठित टीम द्वारा अथक प्रयासों व तकनीकी संसाधनों के बाद बुधवार को जघन्य ब्लाईण्ड मर्डर का खुलासा कर पुलिस ने डिग्गी क्षेत्र के ही दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की हैं।
——— इस तरह दिया वारदात को अंजाम ——–
उक्त ब्लाइंड मर्डर घटना में गिरफ्तार मुल्जिम बालू मोग्या से पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपी ने घटना से पहले 29/30 अगस्त की रात्रि को सुनसान मन्दिर की रैंकी की गई। उसके बाद मुल्जिम जोधाराम मोग्या को उक्त वारदात करने के लिए बुलाया, जिस पर उक्त दोनों मुल्जिमान अपने अन्य साथियों के साथ आकर वारदात को अंजाम देने के लिए कस्बे के समीप सुनसान जंगल में छुप गये और देर रात्री में वहाँ से मोटरसाईकिलों पर घटनास्थल के समीप पहुँचकर मोटरसाईकिलों को भी छिपा दिया एवं पास के खेतों के रास्ते मन्दिर में प्रवेश कर नकबजनी का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान मन्दिर में सो रहे संत के जाग जाने के कारण मुल्जिमान द्वारा उसके सिर पर धारदार हथियारों से दन-दनादन वार किये गये, जिससे मन्दिर सन्त अचेत होकर गिर गये, इसी दौरान उनके पास रखी चाबी निकाल कर कमरे में घुसकर वहाँ रखे करीबन 45 हजार रूपये निकालकर वहाँ से रात्रि अँधेरे का फायदा उठाते हुए मौके से भाग गये। साथ ही आरोपियों को उसी वक्त संदेह हो गया था, कि मारपीट की वजह से संत की मृत्यु हो गयी है। घटना के बाद सभी मुल्जिम रूपयों का आपस में बँटवारा कर अलग अलग स्थानों पर चले गये और खेतों की रखवाली के काम में लग गये, जिससे किसी को उन पर शक नहीं हो। प्रकरण के जांच अधिकारी डीवाईएसपी मालपुरा ने बताया कि यह लोग छोटे-छोटे गिरोह के रूप में काम करते है तथा सुनसान स्थान पर स्थित मन्दिरों की रैकी कर अपने साथियों को बुलाकर वहाँ चोरी, नकबजनी व लूट जैसी वारदात को अंजाम देते है। इस दौरान जाग होने पर या वहाँ मौजूद व्यक्ति द्वारा विरोध करने पर यह जानलेवा हमला व मारपीट भी कर देते है। घटना की सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक टोंक राजर्षि राज वर्मा ने एफएसएल, डीएसटी, साईबर, डाॅग स्कवाॅयड सहित पहुँचे थे एवं घटनास्थल की गहनता से जाँच की गई थी। इस घटना को लेकर कस्बेवासियों में काफी रोष प्रकट हो गया था। घटना की गम्भीरता को देखते हुये प्रकरण की जाँच वृत्ताधिकारी मालपुरा को दी गई थी। जाँच के दौरान लगभग 500 से अधिक संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई, वहीं आसपास के क्षैत्र के सीसीटीवी फुटेज व वाहनों की डिटेल प्राप्त की गई, लेकिन पुलिस के हाथ कोई अहम सुराग नहीं लग पाये। अनुसंधान के दौरान कुछ संदिग्ध लोगों का एफएसएल गाँधीनगर गुजरात में पाॅलीग्राफी टेस्ट भी करवाया गया। मामले की गम्भीरता को देखते हुये अनुसंधान अधिकारी द्वारा अन्य पहलुओं पर भी अनुसंधान जारी रखते हुये आधुनिक तकनीक एवं परम्परागत पुलिसिंग का प्रयोग करते हुये टोंक जिले सहित आसपास के क्षेत्रों में विगत वर्षों में इस प्रकार की वारदातों में संलिप्त मुल्जिमान के बारे में जानकारी प्राप्त कर उनकी गतिविधियों पर निगरानी प्रारम्भ की गई, आसूचना एवं मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया, जिससे कुछ पूर्व के आरोपियों की गतिविधियां संदिग्ध पायी जाने पर लगातार उनका पीछा किया गया। जिससे पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे, जिसके आधार पर 2 संदिग्ध व्यक्तियों में से जोधाराम मोग्या को अराँई क्षैत्र के जंगलो से थाना डिग्गी पुलिस की गठित टीम व पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर की टीम के सहयोग से व दूसरे मुल्जिम को मालपुरा क्षैत्र से दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होनें अपने कुछ साथियों की मदद से घटना कारित करना कबूल किया।
——– पुलिस ने इन दो आरोपियों को किया गिरफ्तार ———
पुलिस की गठित टीम ने जोधाराम उर्फ जोध्या उर्फ मुकेश पुत्र सुरजमल जाति मोग्या उम्र 26 साल निवासी राजपुरा थाना लाम्बाहरिसिंह हाल गैलपुर पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर व दूसरे मुल्जिम बालू उर्फ रामावतार पुत्र प्रेमा मोग्या जाति मोग्या उम्र 25 साल निवासी भवानीपुरा थाना डिग्गी को गिरफ्तार किया गया हैं। साथ ही मुल्जिम जोधाराम गंभीर प्रवृत्ति का मुल्जिम है, जिसके विरूद्ध पूर्व में थाना दूनी में वर्ष 2011 में हत्या, पुलिस थाना बौंली जिला सवाईमाधोपुर में हत्या एवं पुलिस थाना चैथ का बरवाडा जिला सवाईमाधोपुुर में नकबजनी व पुलिस हिरासत से हवालात तोडकर भागने के गम्भीर प्रवृति के प्रकरण पंजीबद्ध है तथा दूसरे मुल्जिम बालू उर्फ रामावतार के विरूद्ध पूर्व में पुलिस थाना डिग्गी के तीन मन्दिरों में नकबजनी करने का प्रकरण दर्ज है।
——– जांच टीम में इनका रहा विशेष योगदान ——-
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी में अनुसंधान अधिकारी चक्रवर्ती सिंह राठौड वृत्ताधिकारी वृत्त मालपुरा एवं अयूब खान थानाधिकारी पुलिस थाना डिग्गी, अब्दुल वहाब हैड कानि 363 स्पेशल टीम वृत्त मालपुरा व राजेश गुर्जर हैड कानि 51 साईबर सैल टोंक, सुरेश चावला हैड कानि. 07 साईबर सैल टोंक, राजेश शर्मा कानि 65 साईबर सैल टोंक, मो० ईस्माइल कानि 90 स्पेशल टीम वृत्त मालपुरा (विशेष योगदान, आलोक कानि. 670 वृत्त कार्यालय मालपुरा (विशेष योगदान), हनुमान शर्मा कानि 626 वृत्त कार्यालय मालपुरा, प्रहलाद कानि 834 पुलिस थाना डिग्गी, राधामोहन कानि 70 पुलिस थाना डिग्गी, गंगदेव कानि 961 पुलिस थाना डिग्गी, प्रतापसिंह कानि 104 पुलिस थाना डिग्गी, जगदीश चालक कानि 449 वृत्त कार्यालय मालपुरा, दशरथ कानि 2013 पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर, रिछपाल कानि० 2613 पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर, फारूख चालक कानि० 1262 पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर का विशेष सहयोग व योगदान रहा।