जीवन के अंधकार को मिटाने के लिए राम रूपी दीपक जलाना जरूरी -महामंडलेश्वर ईश्वरानंद जी महाराज
स्मार्ट हलचल / रणवीर सिंह चौहान
भवानी मंडी
जिस तरह अंधेरे को मिटाने के लिए हम दीपक जलते हैं इस तरह राम रूपी दीपक जलाकर जीवन के अंधकार को मिटा सकते हैं भवानीमंडी में चल रही रामकथा के छठे दिन महामंडलेश्वर ईश्वरानन्द महाराज ध्यानयोगी उत्तम स्वामीजी ने गुरुवार को जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप अवसि नरक अधिकारी… जैसी रामायण की अनेकों चौपाइयां सुनाकर श्रीराम कथा में गुरुवार को राम के वनवास के वृतांत सुनाया।
उन्होंने कहा कि इस जगत में दो चरित्र है एक रामायण और दूसरा महाभारत। दोनों का ही अपना अलग अलग स्वरूप है।
श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमारा सनातन धर्म बहुत सहिष्णु है। ये जो लोग जबरन कब्जा करके बैठे हैं मेरा उनसे यही कहना है कि अब मथुरा और काशी को भी छोड़ देना चाहिए।
पद, पैसा, प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए आज व्यक्ति क्या क्या नही करता। यहां तो हर रोज लोग भगवान बदल लेते है। ऐसा नही होना चाहिए।
सनातन धर्म के बारे में भी उन्होंने श्रोताओं को विस्तृत रूप से समझाया।
कथा में झालावाड़ से महावीर सेवादल अध्यक्ष एवं भाजपा के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष संजय जैन ताऊ, कोषाध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा, झालावाड़ मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन धाभाई, व्यवसायी राजकुमार सोनी, भारत विकास परिषद के कोटा प्रांतीय अध्यक्ष किशन पाठक, भारत विकास परिषद रीजनल महामंत्री अरविंद गर्ग सहित डग, चौमहला, सुवासरा, प्रतापगढ़, मंदसौर आदि स्थानों से श्रद्धालु उपस्थित रहे।