देश के 10 राज्यों में करोड़ों रुपयों का सोना
लूटने वाली ईरानी गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ी!
फिल्मी स्टाइल में फर्जी पुलिस कर्मी बनकर लूट की घटना को देते थे अंज़ाम!
-शीतल निर्भीक
जयपुर।स्मार्ट हलचल/फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लूट करने वाली ईरानी गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन वाहनों के साथ 5 मोबाइल, नकली गहने और फर्जी पुलिस आईडी भी जब्त किया है।
मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के जयपुर शहर में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर महिलाओं को लूटने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अब तक करोड़ों रुपयों का सोना लूट चुका है। जवाहर नगर थाना पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पता चला है कि गिरोह के सदस्यों ने 10 राज्यों में लूट की वारदातें की हैं।
पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए शहरभर में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, तब जाकर पुलिस को सफलता हाथ लगी। गैंग का मास्टर माइंड शंका से बचने के लिए अपनी पत्नी को साथ में रखता था। पुलिस ने उन दोनों को पकड़ने के लिए कई किलोमीटर तक उनका पीछा किया। पुलिस को आरोपियों के कब्जे से 3 वाहन, 5 मोबाइल, नकली गहने और फर्जी पुलिस आईडी व अलग-अलग एड्रेस के आधार कार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं, पुलिस गैंग के फरार बदमाशों की तलाश कर रही है।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने अंतरराज्यीय ईरानी गैंग के मास्टर माइंड साजिद उर्फ सिकन्दर (36) और उसकी पत्नी जेहरी कनीज (32) निवासी पुरानी पाडा, भिवंडी, ठाणे महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया है। मास्टर माइंड साजिद उर्फ सिकन्दर ने अपने गैंग के बदमाशों के साथ मिलकर जयपुर शहर में 27 मार्च को श्याम नगर व मानसरोवर इलाके में और 29 मार्च को जवाहर नगर, आदर्श नगर, मोती डूंगरी और अशोक नगर इलाके में पुलिसकर्मी बनकर डरा-धमकाकर बुजुर्ग महिलाओं से सोने के गहने उतरवाकर लूट की वारदातें की थीं।
डीसीपी (पूर्व) कावेन्द्र सिंह सागर के सुपरविजन में जवाहर नगर थानाधिकारी दौलतराम गुर्जर और डीएसटी (पूर्व) के पुलिस इस्पेक्टर लक्ष्मीनारायण के नेतृत्व में गठित टीम ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर सोने के गहने लूटने वाली गैंग के बारे में पड़ोसी राज्यों से संपर्क कर प्राप्त सूचनाओं के आधार पर वारदात स्थलों से लेकर ईरानी गैंग के आने-जाने के रुट को लेकर सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला। 700 से अधिक सीसीटीवी फुटेजों को खंगालने के बाद पुलिस टीम ईरानी गैंग के मास्टर माइंड के जगतपुरा स्थित किराए के फ्लैट पर जा पहुंची लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही मास्टरमाइंड अपनी पत्नी और गैंग के बदमाशों के साथ भाग चुका था।
पुलिस से बचने के लिए शातिर बदमाश ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर नहीं रुकता था। 2 सप्ताह तक अलग-अलग राज्यों में पीछा करते हुए पुलिस आरोपी के ठिकाने तक पहुंच गई और गैंग के मास्टर माइंड साजिद उर्फ सिकन्दर और उसकी पत्नी जेहरी कनीज को अरेस्ट कर लिया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी मास्टर माइंड ने राजस्थान सहित 10 राज्यों में करोड़ों रुपए का सोना लूटा है। प्लानिंग के तहत ही गैंग फर्जी पुलिसकर्मी बनकर टारगेट महिला से सोना लूटने की वारदात करता था और पुलिस के शक से बचने के लिए अपनी पत्नी को साथ रखता था।आरोपी ने अलग- अलग एड्रेस के आधार कार्ड बनवा रखे थे और उन्हें दिखाकर वह किराए पर फ्लैट लेता था और बाइक और स्कूटी से रेकी करने के साथ पुलिस की नाकाबंदी की भी जानकारी कर लेता था।
गिरोह के सदस्य बाइक और स्कूटी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर सुबह के समय सोना पहनी हुई बुजुर्ग महिलाओं को टारगेट करते थे और आंध्र पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर महिला को मर्डर जैसी वारदात होना बताकर डराते। साथ ही धमकाकर सोने के गहने उतारकर अंदर रखने की कहते थे और गहने उतारकर रखने के दौरान छीनकर या नकली गहने कागज में लपेट देकर फरार हो जाते थे।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक स्कूटी, एक बाइक और एक एक्सयूवी कार बरामद की है। मास्टर माइंड के कब्जे से 5 मोबाइल मय सिम कार्ड और तीन सिम कार्ड कागज में लिपटे मिले हैं। साथ ही दो फर्जी नंबर प्लेट के साथ आंध्र पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड व अलग-अलग एड्रेस के आधार कार्ड मिले हैं।