54 करोड़ की एमडीआर सड़क की पुलिया, नाला व सेफ्टी दीवार में घटिया सामग्री का उपयोग, हाथ लगाने से गिर रही है गिट्टी सीमेंट।
धनराज भंडारी
सुनेल 2 मई।
स्मार्ट हलचल/केंद्रीय सड़क निधि परियोजना के अंतर्गत सुनेल-सामरिया-सिरपोई-सनोरिया-बोलिया बुजुर्ग- सांगरिया-गैलानी-गैलाना-राजगढ़ डैम रोड़ तक सिंगल लेन से डबल लेन का सुददीकरण एव चौडीकरण का कार्य करीब 54 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। सड़क के निर्माण में ग्रामीणों ने घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार तय मानक के तहत सड़क का निर्माण नहीं कर रहा है। मुनाफे के चक्कर में घटिया माल का उपयोग किया जा रहा है। घटिया निर्माण को लेकर लोगों में आक्रोश है। इस सड़क निर्माण के तहत निर्मित पुलिया , नाला एंव सेफ्टी दीवार में भी घटिया काम करने के आरोप लग रहे हैं। केंद्रीय सड़क निधि परियोजना के तकनीकी अमले की लापरवाही से गुणवत्ताहीन काम हुआ है। पुलिया में सफाई नजर नहीं आ रही है। वहीं ज्वाइंट अलग ही दिखाई दे रहा है। पुलिया की दीवार खुद ब खुद घटिया निर्माण कार्य को बंया कर रही है। सीमेंट कंक्रीट एवं रेती का मसाले का सही मापदंड के अनुसार उपयोग नहीं किया जा रहा है लिहाजा हाथ की उंगलियों से ही मसाला अलग निकल रहा है। पुलिया की दीवार में मसाला निकल जाने के बाद ठेकेदार द्वारा लीपापोती कर दी गई है। इसमें दरार दिखाई दे रही है वहीं सफाई भी नजर नहीं आ रही है।
निर्माणाधीन सड़क में उड़ रहे हैं धूल के गुब्बारे-
सड़क निर्माण के दौरान पानी की छिड़काव (तरी) नहीं की जा रही है। जिससे सड़क पर धूल के गुब्बारे उड़ रहे हैं , बाइक चालकों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है जिससे दुर्घटनाएं भी हो रही है उच्च अधिकारियों द्वारा सड़क निर्माण की जांच नहीं की गई। जिसके कारण ठेकेदार अपनी मनमर्जी से सड़क का निर्माण कर रहा है।
पुलिया निर्माण में बिना सेफ्टी के काम कर रहे श्रमिक-
छोटी एंव बड़ी पुलिया निर्माण में मजदूरों के द्वारा बिना सेफ्टी हेलमेट कार्य किया जा रहा है। पुलिया निर्माण का कार्य जोखिम भरा होता है ऐसे कार्य में कई बार दुर्घटनाओं में श्रमिकों की मौत भी हो चुकी है। लेकिन विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
अगर ऐसा है तो कार्यों का निरीक्षण कर कमियां पाई जाने पर ठेकेदार से सही करवाया जाएगा।
नवीन मीणा
सहायक अभियंता
सार्वजनिक निर्माण विभाग सुनेल