शिक्षक के प्रयासों से बदली विद्यालय की तस्वीर
किराए के खेल मैदान में अपनी प्रतिभा को निखार रहे कादर नगला के सरकारी विद्यालय के विद्यार्थी
स्टाफ की मेहनत से शिक्षा की गुणवत्ता में भी हो रहा निखार
संजय बागड़ी
(मुंडावर)स्मार्ट हलचल/क्षेत्र का यह विद्यालय किसी निजी विद्यालय से कम नही है। कहते हैं शिक्षक उस मोमबत्ती के समान होता है जो खुद जलकर भी ओरो को उजाला प्रदान करती है। मुंडावर उपखंड के गांव कादर नगला स्थित शहीद श्याम सिंह राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक सुमित यादव ने यह सिद्ध कर दिया की यदि शिक्षक ठान ले तो वह कुछ भी कर सकता है।
कार्यवाहक प्रधानाध्यापक सुमित यादव ने बताया की वो यहां 2012 में पदस्थापित हुए थे। उस समय विद्यालय की स्थिति ठीक नही थी,गांव छोटा है अतः विद्यालय के प्रति बच्चों का रुझान कम ही था। बहुत सारे बच्चों के माता-पिता बच्चों को विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजते भी नहीं थे। उन्होंने घर घर जाकर शिक्षा के प्रति बच्चों को प्रेरित किया और शिक्षा का महत्व समझाया। अभिभावकों ने भी उनका सम्मान करते हुए अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ने हेतु भेजना शुरू कर दिया।
उन्होंने स्कूल के शिक्षकों के सहयोग से विद्यालय में कई प्रकार के पौधे लगवाए। शिक्षक सुमित यादव ने बताया कि भामाशाहों से सहयोग को लेकर भी अनेक बार बात की गई। लेकिन विद्यालय विकास को लेकर किसी भी भामाशाह का सहयोग नहीं मिलने पर विद्यालय के शिक्षकों से बात की और सभी ने अपनी अपनी तनख्वाह में से विद्यालय विकास के सहयोग में हाथ बढ़ाया।
शिक्षकों के सहयोग से ही बच्चों को जूते, बेल्ट, आईकार्ड मिले। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर शिक्षकों द्वारा विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया। उन्होंने जब विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया तब तब गांव के अधिकतर लोग 10वीं पास ही थे, लेकिन आज इस विद्यालय से पढ़कर बच्चे सरकारी सेवा में भी चयनित हुए है,वहीं कई बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
विद्यालय में विकास की उड़ान को लगाए पंख
विद्यालय परिसर में मां सरस्वती मंदिर का निर्माण, दो स्टेज का निर्माण, बारिश के पानी के संग्रहण के लिए पाइप लाइन डालकर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित,चार दिवारी रिपेयरिंग, मुख्य द्वार को ऊंचा उठाने जैसे कार्य कराए। संपूर्ण विद्यालय परिसर तथा गांव की गोचर भूमि पर वृक्षारोपण करवाया साथ ही विद्यालय की पूरी बिल्डिंग पर प्लास्टिक पेंट और आकर्षक पेंटिंग बनवाई गई। विद्यालय के कक्षा कक्षाओं तथा अन्य कमरों में विद्युत फिटिंग और डबल पंखे लगवाए गए। जिसकी क्षेत्र के लोगों ने भूरी भूरी प्रशंसा की है।