इंदौर में अवैध बालगृह पर छापा, कई नाबालिग बच्चियों को दूसरे आश्रम में किया शिफ्ट, आश्रम सील
इंदौर में प्रशासन की टीम ने अवैध बालगृह पर छाप मारा, जहां कई नाबालिग लड़कियां पाई गईं. जिसके बाद लड़कियों को दूसरे आश्रम में शिफ्ट कर कर दिया गया. वहीं अवैध बालग्रह को भी सील कर दिया है.
विजय नगर में वात्सल्यपुरम बाल आश्रम के खिलाफ कार्रवाई शिकायतों के बाद की गई।
“कलेक्टर आशीष सिंह ने मुझसे सुविधा का निरीक्षण करने और कार्रवाई करने के लिए कहा। अपनी यात्रा के दौरान हमें वहां कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला. हमें सुविधा के लिए आवश्यक दस्तावेज़ प्राप्त करने के लिए एक चौकीदार से पूछना पड़ा। वहां मौजूद एक व्यक्ति ने कहा कि बाल गृह के पास संचालन की अनुमति नहीं है, ”धनगर ने कहा।
जिसमें पांच बच्चियां अनाथ हैं। संस्था का जेजे एक्ट की धारा-41 के तहत पंजीकरण के कोई भी दस्तावेज नहीं पाये गये। ना ही बाल आश्रम संचालित करने की कोई अनुमति पाई गई। संस्था में सुरक्षा तथा दस्तावेजीकरण में अनेक कमियां पायी गई। यहां कोई भी जवाबदार व्यक्ति उपस्थित नहीं पाया गया। अधिकारियों द्वारा संस्था के समस्त दस्तावेज जप्त कर संस्था को सील कर दिया गया है।
इस आश्रम की समस्त बच्चियों को रेस्क्यू कर मेडिकल कराने के पश्चात राजकीय बाल आश्रम एवं जीवन ज्योति बालिका गृह में भेजा गया। कलेक्टर द्वारा गठित निरीक्षण टीम में अनुविभागीय अधिकारी घनश्याम धनगर, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा, बाल कल्याण समिति सदस्य संगीता चौधरी, शिक्षा विभाग की अधिकारी शांता तथा विजयनगर पुलिस थाने के पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
एसडीएम घनश्याम धनगर के मुताबिक, संस्था में मिली बालिकाएं जोधपुर, सूरत, मुंबई व ओड़िशा की रहने वाली हैं। ये निराश्रित हैं और कुछ के माता ताे कुछ के पिता नहीं हैं। इस संस्था की संचालक शिखा जैन है। उनका इंदौर के अलावा जोधपुर, सूरत व कोलकाता में भी बाल आश्रय गृह संस्थाएं है। इंदौर की स्कीम 74 में संचालित संस्था का न पंजीयन था और न ही संचालक द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग या पुलिस को संस्था के संचालन की सूचना दी गई थी।