मुकेश खटीक
मंगरोप।गांव में इन दिनों असामाजिक तत्व सक्रिय हों रहे है शराब पीकर आए दिन उत्पात मचाना आम बात हों गई है पुलिस का भी इनको कोई खौफ नहीं रहा है कोई पीड़ित अगर पुलिस में इनकी शिकायत करता है तों फिर तों उसकी खैर नहीं।बीती देर रात किराणे के दुकानदार को कुछ युवकों से अपने बकाया पैसो का तकाजा करना उस वक्त महंगा पड़ गया जब गुस्साए युवकों नें देर किराणा व्यापारी के घर पर जाकर न केवल पत्थर फेंके बल्की उसके बाहर बियर की बोतल फोड़कर उसे जान से मारने तक की धमकी दे डाली।देर रात किराणा व्यापारी नें थाने पहुंचकर तीन युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दी है।35 वर्षीय किराणा व्यापारी दिलीप कुमार सोमाणी नें थाने में दी रिपोर्ट में बताया की मस्जिद के पास उसकी होलसेल किराणे की दुकान है पिता के देहांत के बाद पिछले कई सालों से वह किराणे का व्यवसाय कर रहा है बुधवार रात्रि 8 बजे वह अपनी माता उर्मिला देवी सोमानी के साथ दुकान पर बैठा किराणे का सामान लाने की लिस्ट बना रहा था तभी तीन युवक नारायण लाल रेगर,सुरेश बैरवा,दिपक सालवी दुकान पर आए और उससे उधार सामान लेने की जिद करने लगे इसपर दिलीप नें उनका पहले के बकाया करीब साढ़े तीन हजार रूपये लौटने की बात कहीं जिसपर तीनों युवक भड़क गए और गाली गलौच करने लग गए शोर सुनकर आसपास के लोग वहां आ गए और तीनों युवकों को समझा बुझाकर उनके घर भेज दिया।फिर दिलीप अपनी माता जी के साथ दुकान बन्द करके घर पर चले गये।पत्नी पीहर गई हुई थी इसलिए माँ नें खाना बनाया था 10 बजे बाद दोनों माँ बेटे खाना खाकर सो गये।रात्रि करीब साढ़े दस बजे तीनों युवक पुनः गाली गलौच करते हुए उसके घर पहुंच गए और वहीं पास में पड़े बड़े बड़े पत्थर उठाकर उसके लोहे के गेट पर पटकने लगे और उसे बार बार घर से निकले के लिए कहने लग गये करीब आधे घण्टे तक तीनों युवकों नें दिलीप के घर के बाहर हंगामा किया दोनों माँ बेटे इतने सहम गए की उन्होंने घर के अंदर के सब दरवाजे और खिड़किया बन्द कर दिए दिलीप नें हिम्मत जुटाकर पुलिस को फोन किया।पुलिस नें मौके पर पहुंचकर तीनों युवकों को कस्टडी में ले लिया।दिलीप की माता जी उर्मिला देवी नें बताया की करीब तीन साल पहले उनके जेठ के बड़े बेटे की भी किसी कहासुनी को लेकर हत्या कर दी गई थी इसलिए पीड़ित एवं पुरे परिवार के लोग सहम गए है।लोगों नें बताया की बाजार में कई युवक देर रात तक बैठे रहते है सिगरेट पीते है और गाली गलोच भी करते है कई बार पुलिस को भी इसकी शिकायत की गई लेकिन इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पाया है।पूर्व थानाधिकारी मोतीलाल रायका नें बाजार में गस्त बढ़ाई थी उस दौरान करीब तीन से चार महीने तक बाजार में कोई भी असामाजिक तत्व नहीं फटकता था लेकिन उनके तबादले के बाद से ही पुनः वही सिलसिला शुरू हों गया है।इसके बाद भी कई बार थाने में शिकायत कि और स्थानीय पत्रकार द्वारा अखबार में खबर भी प्रकाशित कि गई थी लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ।बाजार में आएदिन छूट पूट लड़ाई झगड़े होते रहते है कई दुकानदार तों लड़ाई झगड़े के डर से समय से पहले ही अपनी दुकाने बन्द करके घर चले जाते है।पुलिस द्वारा इनपर ठोस कार्यवाई नहीं करने के कारण इन लोगों के हौसले बुलंद है।ग्रामीणों एवं व्यापारियों नें असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाने कि मांग कि है।