शातिराना अंदाज में ई मित्रसंचालक को साइबर ठगो ने लगाई 25 हज़ार रुपए की चपत
दिलीप जैन
चौमहला
स्मार्ट हलचल/बढ़ते डिजिटल पेमेंट व ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ने एक तरफ बैंकिंग उपभोक्ता के लेनदेन संबंधित कार्यों को आसान बनाया है व जेब में भारी भरकम केश से भी छुटकारा मिला है तो दूसरी तरफ साइबर ठगी से संबंधित मामले में भी बढ़ते जा रहे है।
साइबर ठग अब यूजर के अकाउंट में सेंधमारी करके लाखो रुपए उड़ा रहे।
साइबर ठगो द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड के लिए रोज़ नए नए पैंतरे अपना रहे है। कभी रिश्तेदार को दुर्घटना ग्रस्त बता कर हॉस्पिटल में पैसे डलवाने के मामले हो, लिंक के जरिए अकाउंट हैक या कभी अधिकारी बन कर रुपए ऐंठने के मामले हो साइबर ठग अब किसी भी मामले में पीछे नहीं है।
चौमहला इमित्रा संचालक व ढाबा संचालक को झांसे में लेकर उड़ाए 25 हजार।
साइबर ठगो द्वारा चौमहला स्थित बालाजी इमित्र संचालक व श्याम ढाबा संचालक को झांसे में लेकर 15 हजार व दस हजार रुपए के दो ट्रांजेक्शन करवा कर 25 हजार रुपए की चपत लगा दी दरअसल ठग द्वारा पहले ढाबा संचालक को फ़ोन कर बताया की कल चौमहला में हमारी कोई मीटिंग है और 80 से 90 लोगो के खाने के बटर पनीर का ऑर्डर करना है ढाबा संचालक को एडवांस के तौर कुंडला रोड़ स्थित बालाजी इमित्रा से 4 हजार रुपए एडवांस लेने की बात कही।
वही दूसरी ओर इमित्रा संचालक को फोन करके बताया की वह सांवरिया ढाबा संचालक को इमित्रा की दुकान पर नकदी 25 हजार रुपए लेकर भेज रहा है उक्त राशि को खाते में डालना है अर्जेंट है।
इस दौरान ठग द्वारा ई मित्र संचालक को फोन पर बातो में उलझा कर रखा और ढाबा संचालक के पहुंचते ही इमित्रा संचालक द्वारा बिना नकदी लिए दो अलग अलग ट्रांजेक्शन से खाते में 25 हजार स्थानांतरित कर दिए। जब इमित्रा संचालक द्वारा पेसो की मांग की तो ढाबा संचालक द्वारा एडवांस 4 हजार लेने की बात कही।
इमित्रा संचालक व ढाबा संचालक कुछ समझ पाते इससे पहले ही 25 हजार रुपए की चपत लग चुकी है।
संभवतः गूगल मैप एड्रेस व मोबाइल फोन का उपयोग कर दिया गया ठगी की घटना को अंजाम।
ऑनलाइन ठगो द्वारा संभवतः गूगल मैप और एड्रेस का इस्तमाल कर साइबर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया ऐसा इस लिए भी क्योंकि ठग के बातचीत में गुजराती भाषा झलक रही है और वह व्यक्ति चौमहला के प्रमुख प्रतिष्ठानों का नाम ले रहा है सबसे पहले गूगल मैप पर स्थित दोनो ही लोगो की जानकारी और दूरी के बारे में जानकारी ठगो द्वारा इकठी की गई और उसके बाद दोनो को झांसे में लेकर ठगी को अंजाम दिया गया होगा।
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कल शाम को छः बजे मेरे पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया और मुझे बताया की मुझे अर्जेंट रुपए की आवश्यकता है में गोविंद को आपकी दुकान पर नकदी लेकर भेज रहा हु आप मेरे खाते में पैसे डाल दे कुछ ही समय में गोविंद मेरे सामने आकर खड़ा हो गया ठग द्वारा मुझे फोन पर उलझा कर रखा जान पहचान होने की वजह से मेने बिना पैसे लिए अकाउंट में ट्रांजेक्शन कर दिया जब मेरे द्वारा गोविंद से पैसे मांगे तो गोविंद ने बताया की में तो कल की पार्टी के एडवांस लेने आया हु। मेरे द्वारा साइबर सेल में इसकी शिकायत की है।