मकर संक्रांति पर बून्दी में खूब जमा पतंगबाजी का माहौल, डीजे की धुन पर थिरकते रहे युवा
बूंदी। मकर संक्रांति के अवसर पर बूंदी में पतंगबाजी लोगों के खूब सिर चढक़र बोली। वो काटा…वो मारा…हुर्रेर्रेर्रे की आवाजें दिनभर गूंजी। ऐसे माहौल था मानो शहर छतों पर जा चढ़ा हो। दिनभर डीजे और ढोल की धुनों के बीच बूंदी में पतंगबाजी हुई। युवक-युवतियों के बीच पेंच लड़ाने को क्रेज देखते ही बन रहा था। हर पतंग के कटने पर सिर्फ एक ही आवाज गूंज रही थी अल्ल्गे। परकोटे के भीतरी शहर बूंदी में तो सूर्योदय से पहले ही पतंगबाजी का दौर शुरू हो गया था। पतंगबाजी का सर्वाधिक रंग दोपहर 1 बजे के बाद जमा जो देर शाम तक चला। पूरे दिन चहुंओर से आसमानी तितलियां आसमान में थिरकती दिखी। कई जगहों पर तो युवा- युवतियां डीजे की धुन पर थिरक रहे थे। सारे दिन खूब सेल्फियां ली और उसे सोशल मीडिया पर दोस्तों के साथ शेयर करते रहे। बूंदी की पतंगबाजी का लुत्फ उठाने बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी आए। इनके लिए होटल और पेईंगगेस्ट हाउस की छतों पर विशेष इंतजाम किए थे। विदेशी युवतियों ने पतंगबाजी कर खूब लुत्फ उठाया। लोगों ने दान-पुण्य भी किए। हालांकि ज्योतिषाचार्यों ने इसके लिए सोमवार का दिन शुभ बताया है।