पानीपुरी किसे पसंद नहीं होगा. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को पानीपुरी खाना अच्छा लगता है. यह दूसरी बात है कि लड़कियों और महिलाओं को पानीपुरी सबसे फेवरेट होता है. पानीपुरी को कई तरह के नाम से लोग जानते हैं. कहीं पर पानीपुरी को फुलकी, गोलगप्पे, पुचका, बताशे, पड़ाके, फुस्का या पुस्का, गु-चुप आदि के नाम से लोग पुकारते हैं. पानीपुरी ही ऐसी चीज है जिसे पूरे देश में लोग बड़े ही चाव के साथ खाते हैं. जब भी हम बाजार में जाते हैं बिना गोलगप्पा खाएं वापस आना मुश्किल होता है. कुछ लोग गोलगप्पे वाले भईया से एस्ट्रा पानी मांगकर भी पीते. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोलगप्पा खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकता है. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) कर्नाटक ने हाल ही में राज्य में 260 पानीपुरी के सैंपल लिए, जिसमें से 41 सैंपल क्वालिटी स्टैंडर्ड पर पूरी तरह फेल रहे हैं. इन सभी पानीपुरी में कृत्रिम रंग और कैंसर पैदा करने वाले एजेंट पाए गए. जबकि अन्य की क्वालिटी बहुत खराब थी. इसे खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है.वडोदरा में एक जांच में सामने आया था कि पानीपुरी का पानी शुद्ध नहीं होता, वहीं इसमें पुदीने की जगह सिंथेटिक कलर का उपयोग किया जाता है, इसीलिए इसके अधिक सेवन से पेट और आंतों पर असर पड़ता है। गोलगप्पे के पानी में आर्टिफिशियल रंग हो तो इस पानी का स्वाद हल्का कड़वा हो सकता है, साथ ही इसे खाने पर आपको तुरंत गले और पेट में जलन भी महसूस हो सकती है। इस तरह के पानी को पीने से बचें। वहीं, अच्छी सेहत के लिए आप खासकर घर पर बनी पानी पूरी का सेवन कर सकते हैं
यह कोई पहला मौका नहीं है जब पानीपुरी के पानी में कृत्रिम रंग पाया गया है. इससे पहले भी कई राज्यों से ऐसी रिपोर्ट आती चुकी है. वडोदरा में एक जांच में पाया गया कि पानीपुरी का पानी शुद्ध नहीं होता. जबकि पानीपुरी के पानी में पुदीने की जगह सिंथेटिक कलर का उपयोग किया जाता है. इस पानीपुरी के पानी का सेवन से पेट और आंतों पर असर पड़ता है. इतना ही नहीं सिंथेटिक कलर वाला पानीपुरी खाने से आंतों में कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकता है. कर्नाटक में पानीपुरी के सैंपल में ब्रिलियंड ब्लू, सनसेट येलो और टार्ट्राजिन जैसे केमिकल्स पाए गए हैं जो स्वास्थ्य समस्याओं का सबसे बड़ा कारण बन सकता है.
कैसे जांचे की पानीपुरी के पानी में मिलावट है?
पानीपुरी के पानी में मिलावट को पहचाना है तो आपको बता दें जहां इमली का पानी हल्का भूरा होता है. वहीं धनिया और पुदीने का पानी गहरा हरा होता है. अगर आपको लगे की पानीपुरी के पानी ऊपर दिए गए जानकारी के अनुसार नहीं है तो तुरंत खाना बंद कर दें. अगर पानीपुरी के पानी में एसिड हुआ रहेगा तो आपके पेट में दर्द हो सकता है और आपको कड़वाहट भी अधिक लगेगा.