काव्यपाठ कर दिया बेटी बचाओ का संदेश।
शाहपुरा@(किशन वैष्णव )श्री प्रतापसिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ।समारोह में शाहपुरा के जिला कलेक्टर टीकम चन्द्र बोहरा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए सुंदर काव्य पाठ करते हुए कहा बेटी नहीं बेटों से कम,कहो तो फिर आभार कहो,बेटी को मत भार कहो’’साथ ही समय के महत्व पर बल दिया और सोशल मीडिया की हानियों से विद्यार्थियों को जागरूक किया कार्यक्रम में कलेक्टर का काव्य पाठ वहा उपस्थित छात्र छात्राओं और शिक्षको के दिल को छू गई। प्राचार्य डाॅ. पुष्करराज मीणा ने महाविद्यालय की उपलब्धियों का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर टीकम चन्द्र बोहरा ने महाविद्यालय के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में काव्यपाठ किया ‘‘ बेटी नहीं बेटों से कम,कहो तो फिर आभार कहो, बेटी को मत भार कहो ’’साथ ही समय के महत्व पर बल दिया और सोशल मीडिया की हानियों से विद्यार्थियों को जागरूक किया। विशिष्ट अतिथि सत्यनारायण कुमावत प्रांत बौद्धिक प्रमुख ने युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानन्द जी को विश्व प्रसिद्ध मंत्र उतिष्ठत्, जाग्रत, प्रात्यवरान्निबोधत मंत्र की व्याख्या कर जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी के भाव विद्यार्थियों को बौद्धिक रूप में प्रदान किये। विशिष्ट अतिथि डाॅ. कश्मीर भट्ट ए.बी.आर.एस.एम. प्रदेश संचिव (उच्च शिक्षा) ने विद्यार्थियों को अपना एक निश्चित लक्ष्य निर्धारित करने की सलाह दी। विशिष्ट अतिथि डाॅ. हरमल रेबारी पूर्व प्राचार्य ने सदाचार और संस्कृति पर बल देते हुए कहा ‘‘जीव प्राणौ हि राष्ट्रस्य संस्कृति सदांचारश्च’’ तौ निध्नता किम् न हतम् रक्षता किम् न रक्षितम्’’ पर बल देते हुए अपना उद्बोधन प्रस्तुत किया। महाविद्यालय द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र एवं स्मृतिचिह्न मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। सर्वश्रेष्ठ छात्र राहुल कीर एवं सर्वश्रेष्ट छात्रा डाली कुम्हार को 2023-24 का खिताब दिया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. मूलचन्द खटीक एवं प्रो. तोरन सिंह ने किया। इस अवसर पर संकाय सदस्य प्रो. रामावतार मीना, डाॅ. अनिल कुमार श्रोत्रिय, प्रो.सत्यजीत जेटली, प्रो. विवेक भारद्वाज, डाॅ. रंजीत जगरिया, डाॅ. हंसराज सोनी, प्रो. दिग्विजय सिंह, प्रो. प्रियंका ढाका, प्रो. शंकर लाल चौधरी, प्रो.दलवीर सिंह, प्रो. अतुल कुमार जोशी एवं प्रो. नेहा जैन उपस्थित रहे।सभी अतिथियों का आभार धर्मनारायण वैष्णव ने व्यक्त किया