मुकेश खटीक
मंगरोप।गांव में नवीं-दसवीं मोहर्रम के ताजिया का जुलूस शांतिपूर्वक निकाला गया।जुलूस के आगे युवक ढोल ताशे बजाते चल रहे थे वहीं विभिन्न प्रकार के अखाडा एवं हैरतअंगेज करतब जुलूस के आकर्षण का केंद्र रहे।एहतियात के तौर पर थाना पुलिस के महिला एवं पुरुष जवान मुस्तैद रहे।मंगरोप सदर बशीर मोहम्मद मंसूरी नें बताया की गांव में पिछले 122 साल से मोहर्रम निकाला जा रहा है इन सालों में मोहर्रम का त्यौहार हमेशा से हीं आपसी सौहार्द का प्रतिक रहा है।गांव के हर त्यौहार को लोग आपस में मिलकर मनाते है।मोहर्रम निकलने के दौरान अन्य धर्मो को मानने वाले लोग भी प्रसाद और अगरबत्ती चढ़ाते हुए नजर आ जाते है।दिनभर ढोल ताशो के साथ मुस्लिम युवाओं नें या हुसैन के एवं नारा ऐ तकबीर जैसे गुंजाईमान नारों के साथ जुलुस निकाला एवं देर रात हमीरगढ़ रोड़ पर स्थित करबला शरीफ जाकर सुपुर्द ऐ खाक किया गया।हनीफ मेवाती नें बताया कि ताजिया बनाने नें करीब 27 हजार रूपये का खर्च आया था।यह बहुत हीं आकर्षक डिजाइन में तैयार किया गया था।इसे बनाने में 8 से 10 दिन का समय लगा था।इस मौके पर पूर्व उप सरपंच इब्राहिम बिसायती,लियाक़त अली,जहांगीर हुसैन,लालजी शेख,जमील सोरगर,समीर बिसायती आदि सहित कई मुस्लिम पुरुष, महिलाएं एवं युवक-युवतिया मौजूद रहे।