:- मृत्युभोज व श्राद्ध भोज पर लगा प्रतिबन्ध
:- मन्दिर से रेवाड़ी निकालेंगे पुजारी, गांव में भ्रमण कराएंगे भक्त
कोटड़ी/स्मार्ट हलचल/श्रीचारभुजानाथ का जलझूलन महोत्सव नजदीक आने के साथ ही चारभुजा मन्दिर ट्रस्ट व अन्य समाज के प्रबुद्धजन की बेठकों का दौर शुरू हो गया। सोमवार को मन्दिर ट्रस्ट के सभागार में ट्रस्ट अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया की अध्यक्षता में बेठक आयोजित की गई जिसमें सर्वसमाज के पदाधिकारियों की उपस्थिति में अनेक निर्णय लिए गए। बेठक में जलझूलन महोत्सव के अवसर पर भगवान श्रीचारभुजानाथ की रेवाड़ी को पुजारी मुख्य मन्दिर से बाहर निकाल कर भक्तों को सोंपेंगे ओर नगर भ्रमण के दौरान भक्तों के कंधों पर भगवान रेवाड़ी में विराजमान हो कर सवार रहेंगे। वहीं आगामी जलझूलन महोत्सव से पूर्व भगवान की रेवाड़ी के लिए चान्दी का विशालकाय रथ तैयार करने का निर्णय भी लिया गया। साथ ही भक्तों की मांग पर सर्वसमाज के द्वारा मन्दिर ट्रस्ट से सांवरियाजी की व्यवस्था को लागू कर ट्रस्ट के द्वारा देशी घी के शुद्ध मठरी व लड्डू का प्रसाद तैयार कर सशुल्क वितरित करने का प्रस्ताव भी लिया गया ताकि प्रभू के चरणों के अलावा भक्तों को शुद्ध प्रसाद मिल सके। मन्दिर परिसर स्थित सर्वेश्वर महादेव मन्दिर में स्थापित सभी प्रतिमाओं पर चान्दी के मुकुट ट्रस्ट द्वारा बनाए जाएंगे। मन्दिर परिसर में मृत्युभोज, गोरणी, श्राद्ध आदि कुरूतियों पर बनने वाला भोज मन्दिर परिसर में करना निषेध रहेगा। इस दौरान अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया ने जलझूलन महोत्सव के 10 दिवसीय कार्यक्रम में सभी समाज को पूरा सहयोग करने को कहा तथा बेठक के प्रस्तावों पर शीघ्र ही अमल करने का आश्वासन दिया। प्रसाद का वितरण जलझूलन के तुरन्त बाद शुभ मुहुर्त में शुरू करने की घोषणा की। बेठक में मन्दिर ट्रस्ट के सचिव श्याम सुन्दर चेचाणी, कोषाध्यक्ष जमना लाल सुभार, रामप्रसाद वैष्णव, गुर्जर समाज मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष राम लाल गुर्जर, जाट समाज सर्वेश्वर मन्दिर निर्माण समिति के कोषाध्यक्ष रामकिशन जाट, मेढ़ क्षत्रिय राजपूत समाज के अध्यक्ष गोविन्द सिंह, गाडरी समाज के गोपाल गाडरी, माली समाज के महावीर माली, प्रजापत समाज के भैरू लाल प्रजापत सहित अनेक समाज के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।


