कोटड़ी । थाना क्षेत्र के नंदराय ग्राम पंचायत कि पीलिया की झोपड़िया गाँव निवासी बदमाशों द्वारा एक युवक पर जनलेवा हमला कर मारपीट करने के मामले में ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया हैं और बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कस्बे के बाजार बंद करते हुए रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप हैं कि बदमाशों द्वारा पहले भी पीड़ित के साथ मारपीट की गई थी रिपोर्ट देने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं कि गयी और जिसके बाद एक बार फिर यह घटना हुई हैं पीड़ित युवक को इतना मारा की उसका इलाज उदयपुर के अस्पताल में जारी हैं और हालात गम्भीर बनी हुई हैं सूचना मिलने पर कोटडी थाना अधिकारी सुरेंद्र सिंह मय पुलिस जाब्ते के मौके पर पहुंच कर और लोगों से समझाईश की पर आक्रोशित लोग उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने पर अड़ गए ।जानकारी के मुताबिक कोटड़ी थाना क्षेत्र के नंदराय में रहने वाले दीपक रैगर के साथ आरोपी शिवलाल गुर्जर, रामकिशन गुर्जर सहित तीन लोगों ने मारपीट की। पूर्व में दर्ज मामले को उठाने के लिए यह मारपीट की गई ऐसा पीड़ित ने थाने में दी अपनी रिपोर्ट में बताया ओर इस मामले में उसने एक मामला कोटड़ी थाने में दर्ज कराया था। उसके बाद से उस पर लगातार मामला उठाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस द्वारा इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं करने से आरोपियों ने फिर से दीपक के साथ 18 सितम्बर को सरियों एव लाठियां से मारपीट की जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया गया है । इस घटना में पुलिस द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं करने से नाराज ग्रामीणों ने नंदराय कस्बे के बाजार बंद करवा दिए औऱ रास्ता जाम कर दिया। सूचना मिलने पर उप प्रधान कैलाश चन्द्र सुथार , सरपंच शंकरलाल भी मौके पर पहुचे ,ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस अगर समय पर कार्रवाई कर लेती तो दीपक की हालत इतनी बुरी नहीं होती।ग्रामीण लोगो के बाजार बन्द करने की सूचना के बाद विभिन्न दलित संघटनो के पदाधिकारी भी नन्दराय पहुच कर पुलिस कार्यवाही पर असंतोष जताया , ग्रामीणों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा व तहसीलदार रवि शेखर चौधरी भी मौके पर पहुचे जहां उन्होंने परिजनों एव ग्रामीणों से वार्ता कर दोषियों की गिरफ्तारी एव पीड़ित का उचित इलाज करवाने सहित मामले की जांच को शाहपुरा डिप्टी को सौपने का आश्वासन दिया साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया उसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया ।