ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/चित्तौड़गढ़ शहर के निम्बाहेड़ा रोड़ स्थित सेंट पाॅल्स विद्यालय में पिछले लम्बे समय से छात्रों के साथ मारपीट के मामले आना मानों आम बात थी जिस पर एक ओर सेंट पाॅल्स स्कूल के खराब प्रबंधन के चलते प्रति वर्ष विद्यालय में छात्र छात्राओं की संख्या कम होती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर अब तो विद्यालय में गुरु शिष्य के रिश्ते को तार तार करने वाला मामला एक बार फिर सामने आया है जहां पर कक्षा 6 और 7 की छात्राओं ने विद्यालय के शारीरिक शिक्षक के विरुद्ध गलत तरीके से छूने (बेड टच) की शिकायत संस्था प्रधान को दर्ज करवाई है। इसमें बड़ी बात यह है कि शिकायत के 24 घंटे बाद भी संस्था प्रधान द्वारा इस मामले को विद्यालय की कमेटी से जांच के बाद मामले पर लीपापोती का प्रयास किया जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर परिजनों में आक्रोश है। मामले में पुलिस कार्रवाई की बजाय स्वयं जांच कर एकतरफा कार्रवाई कर विद्यालय प्रबंधन मामले को दबाकर कानून और संविधान के साथ खिलवाड़ करने तक से भी बाज नहीं आ रहा।
स्कूल प्रबंधन ने छात्राओं की लिखित शिकायत मिलने के बाद भी ना तो सदर थाने में और ना ही शिक्षा विभाग से उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी है जो कि बालिकाओं पर बढ़ रहे अपराधों की संख्या को बढ़ाने के लिए आग में घी का काम करते हुए प्रतीत हो रहा है।
इस मामले को लेकर सेंट पॉल्स विद्यालय के संस्था प्रधान फादर सेल्विंन राज ने बताया कि शुक्रवार को कुछ छात्राओं ने मौखिक रूप से विद्यालय के शारीरिक शिक्षक रमेश दामा के खिलाफ गलत भावना से छूने (बेड टच) की शिकायत की थी। इस पर इन छात्राओं को इस मामले में लिखित शिकायत देने के लिए कहा गया। इसके बाद 8 से अधिक छात्राओं ने शारीरिक शिक्षक के विरुद्ध गलत भावना से छूने की शिकायत दी। संस्था प्रधान का दावा है कि उन्होंने इस मामले को विद्यालय स्तर पर बनाई गई एंटी सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी को भेजा है। यह कमेटी इस मामले में जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह है कि सरकार की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि इस प्रकार के मामलों में संस्था प्रधान को शिकायत प्राप्त होने के बाद पुलिस को सूचना देने के साथ ही विभाग के उच्च अधिकारियों को भी सूचना दी जानी चाहिए। लेकिन सेंट पॉल्स प्रबंधन इस मामले में जांच के नाम पर लीपापोती करने में जुटा हुआ है। उल्लेखनीय है कि राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा भी ऐसे मामलों में त्वरित कानूनी कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। लेकिन कथित रूप से अंग्रेजी माध्यम के ऐसे प्रतिष्ठित विद्यालय अपने विद्यालय में होने वाली ऐसी हरकतों पर पर्दा डालने की लगातार कोशिश करते हैं।
विद्यालय के सामने ही 200 मीटर की दूरी पर स्थित है सदर थाना
चित्तौड़गढ़ शहर में निंबाहेड़ा मार्ग पर यह सेंट पॉल्स स्कूल स्थित है। वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि इस स्कूल से मात्र 200 मीटर की दूरी पर चित्तौड़गढ़ का सदर थाना स्थित है। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में 24 घंटे से अधिक का समय बीतने के बाद भी सदर थाने में रिपोर्ट देना मुनासिब नहीं समझा है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन पर लीपापोती के आरोप लगना लाजमी हैं।