भीलवाड़ा -मूलचन्द पेसवानी
शहर के सिंधी समाजजनों ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयादशमी के अवसर पर निकाले गए विशाल पथ संचलन का भव्य स्वागत किया। शहर के आजाद चैक स्थित प्रीत भवन के बाहर सिंधी समाज के लोगों ने स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा की और देशप्रेम से ओत-प्रोत नारों के साथ उनका जोशीला स्वागत किया। पूरे वातावरण में वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों की गूंज सुनाई दी, जिससे देशभक्ति की भावना चरम पर पहुंच गई।
सिंधी समाज के मिडिया प्रभारी मूलचंद बहरवानी ने बताया कि यह कार्यक्रम समाज की एकजुटता और देश के प्रति प्रेम को व्यक्त करने का एक प्रयास था। इस पथ संचलन में भाग लेने वाले स्वयंसेवकों को सम्मानित करने के लिए समाज के सदस्यों ने विशेष रूप से फूलों की वर्षा की और उनका आभार प्रकट किया। समाज के लोग देश की सुरक्षा और समृद्धि के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे।
इस स्वागत कार्यक्रम में सिंधी समाज के प्रमुख व्यक्तियों की भी सक्रिय भागीदारी रही। इसमें गुलशन विधानी, हरीश सखरानी, महेश खोतानी, हेमंत धनवानी, ओम गुलाबानी, ताराचंद डोड़वानी, खेमचंद ठारवानी, शेरू निहालानी, किशोर सखरानी, दर्शनदास, नानक जेठानी, भगवान भगत, गोपाल थानवानी, पप्पू भावनानी, लल्लू सरदार और राजकुमार ठारवानी जैसे समाज के कई वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने उत्साहपूर्वक स्वयंसेवकों का स्वागत किया और इस राष्ट्रीय आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
पुष्प वर्षा और जयकारों का दृश्य—-
जब स्वयंसेवकों का पथ संचलन प्रीत भवन के पास पहुंचा, तो वहां मौजूद सिंधी समाज के सदस्यों ने जोरदार जयकारे लगाए और स्वयंसेवकों के सम्मान में पुष्प वर्षा की। उनके चेहरों पर गर्व और उत्साह साफ दिखाई दे रहा था। समाज के सभी वर्गों के लोग इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बने और उन्होंने गर्व के साथ देशभक्ति के नारों को बुलंद किया।
समाज की भागीदारी और योगदान—-
सिंधी समाज ने इस मौके पर एकता और देश के प्रति अपनी निष्ठा को प्रदर्शित किया। सभी सदस्यों ने यह संदेश दिया कि वे देश की सेवा और सुरक्षा के प्रति जागरूक हैं और इसके लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। इस आयोजन में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी की भागीदारी उल्लेखनीय रही, जिन्होंने इस अवसर को गर्व और जोश के साथ मनाया।
देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत माहौल—-
सिंधी समाज के सभी सदस्यों ने इस कार्यक्रम को देशभक्ति के एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में लिया। पथ संचलन के दौरान समाज के लोगों ने देश के प्रति अपने सम्मान और कर्तव्य को व्यक्त करने के लिए उत्साहपूर्वक भाग लिया। पूरे कार्यक्रम में एकजुटता और सहयोग का वातावरण बना रहा, जिससे समाज के बीच में भाईचारे और देशप्रेम की भावना और मजबूत हुई।