शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर मंथन के साथ ही सम्पन्न हुआ सम्मेलन
भीलवाड़ा । जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन के दूसरे दिन शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा के बाद दो दिवसीय प्रतिवेदन तैयार करने के साथ राजस्थान शिक्षा संघ (सियाराम) का शिक्षक सम्मेलन संपन्न हुआ ।
संगठन के जिला मंत्री महेश मंडोवरा ने बताया कि जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन के दूसरे दिन प्रथम सत्र में शिक्षकों की विभिन्न व्यावहारिक समस्याओं पर चर्चा की गई, जिनमें विद्यालयों में रिक्त पदों के कारण शिक्षण पर प्रभाव, ऑनलाइन कार्य की अधिकता, समस्त प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में कंप्यूटर लैपटॉप उपलब्ध करवाना, सीएसजी के साथ ही अन्य समस्त ग्रांट सत्र आरंभ के समय ही उपलब्ध करवाना, बीएलओ एवं अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, विद्यालयों में पुस्तकालय अध्यक्ष के पद स्वीकृत करवाना जैसे कई मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई।
इसके बाद द्वितीय सत्र में नई शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा करते हुए नई शिक्षा नीति के नए शैक्षणिक ढांचे पर विस्तृत चर्चा की गई एवं नए शैक्षणिक ढांचे की फाऊंडेशनल स्टेज कैसे मजबूत हो इस पर सभी शिक्षकों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए, ताकि नई शिक्षा नीति की सार्थकता सिद्ध हो सके । संगठन के जिला अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय शिक्षक सम्मेलन में शिक्षकों की कई समस्याओं मंथन किया गया। संगठन के 25 सूत्रीय मांग पत्र पर विस्तृत चर्चा की गई एवं आज समापन पर समस्त मांगों का प्रतिवेदन बनाकर राज्य सरकार और शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा । सम्मेलन के दूसरे दिन भारती झा, अजय कुमार जैन, राजीव पिल्लई, अनिल कुमार आसोपा, सुमित कुमार मुरारी,नीलम सिन्हा, मुकेश कुमार शर्मा, रमेश जोशी,विनोद कुमार शर्मा, राधेश्याम सुथार,सत्यनारायण खटीक,नारायण विश्नोई, सत्यनारायण ओझा,सुरेंद्र सिंह राजपूत,ओम प्रकाश भांभी ने नई शिक्षा नीति 2020 की चर्चा में भाग लिया।