कोटा। स्मार्ट हलचल/रिद्धि सिद्धि नगर जैन मंदिर के मूलनायक आठवें तीर्थंकर भगवान चन्द्रप्रभु प्राचीन मार्बल वेदिका के ऊपर लगभग सवा क्विंटल वज़नी स्वर्ण रजत जड़े पत्रे एवं नवीन कमलासन पर विराजित हुए।मंदिर अध्यक्ष राजेंद्र गोधा ने बताया कि समाज की काफ़ी समय से अभिलाषा रही कि मूल नायक भगवान चंद्रप्रभु रजत वेदिका पर विराजें। सभी सदस्यों ने वर्षायोग कर रहे मुनिसंघ से निवेदन किया और मात्र एक सप्ताह में सारी भूमिका तय होने पश्चात बुधवार को पुनः मूकनायक भगवान मंत्रोचर के साथ ही वास्तु विज्ञान अनुसार शुभमहूर्त में सैकड़ों श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच रजतस्वर्ण वेदिका पर विराजित हुए।इस अवसर पर पूज्य मुनि आदित्य सागर,अप्रमित सागर एवं मुनि सहज सागर का सानिध्य प्राप्त हुआ। मंत्री पारस बज आदित्य ने बताया कि टीकम पाटनी,जैनेन्द्र जज साब,पुष्प लुहाड़िया,मनीष सेठी,महेंद्र बड़जात्या,जम्बू बज,संजय लुहाड़िया,पारस कासलीवाल मौजूद रहे।