स्मार्ट हलचल/जिसका कुछ वजूद होगा वो बिना किसी पद के भी मजबूत होगा,चटूहों के चेयरमैन ?अपना तो खुद का वजूद तो कुछ था नही, थोड़ा पद पा गए,लग रहा है सबको दुरुस्त कर देंगे। कोई आपके खिलाफ चुनाव लड़ेगा तो अपने गलत वोटर लिस्ट को सही साबित करने के लिए पीएसी बुलाएंगे ताकि बात हो तो प्रशासन कहेगा ही जिनका वोटर लिस्ट में नाम हैं वो सभी वोट देने के अधिकारी हैं। प्रशासन इस बात की तत्कालिक जिम्मेदारी से चिहुक जाएगा कि वोटर लिस्ट अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए कुछ गुलामों को शामिल किया है। कोई आपके लूट से अपने भूत भूतनी के नाम पर खोली दुकान के फर्जी फिकेशन का विरोध करेगा तो फोर्स बुलाएंगे।फोर्स का खर्चा आपके मामों,नानों ने दे रखा है,या आपकी ससुराल के नरेश सालों ने दिया है ?गलत इरादों के इन्कलाब से अपने साइड में कर लिया विद्यालय तो भूख्खड़ दामादों,फूफाओं,मामाओं,सालाओं, समधियों को सोने की अंगूठी दे रहे हैं?अपने ससुराल से लोहे की अंगूठी नसीब हुई थी ,कि आपके बापजी पाए थे या आपके पिल्लों (विद्यालय होने से पहले) को मिला है।बीस साल पहले टीने की भी अंगूठी देने/पाने की हैसियत थी? वक्त ने थोड़ा साज क्या दिया कि सबको साजने लगे! कैसे ना माना जाए जो भी आप अब कर रहे हैं सब सिर्फ विद्यालय के कमाई को अपने राजवाड़े की कमाई समझ कर रहे हैं,मजा तो अब आएगा कि इसमें न आपका एक चवन्नी लगा और न ही एक इंच जमीन लगी और अपना अनैतिक सम्राज्य को सुरक्षित करने के लिए किसी को सोने की अंगूठी,किसी को कार की ईएमआई,किसी को फंड,किसी के दामाद को चालिस लाख में नौकरी,किसी के बेटे के लिए चालिस लाख में नौकरी देते हैं तो ये सभी भक्षखोर क्यों नहीं आपके फेवर में दुम दुमाएंगे! प्रबंधक आपका चपरासी, प्राचार्य आपका गुलाम भांट,डाइरेक्टर तो आपका और बड़ा भांट (लेकिन आपसे छोटा,कितनी बार कालेज के अंदर बाहर हुए) कौन विरोध करेगा, चाटेंगे और चाटने के लिए दुम दुमाएंगे?स्मार्ट हलचल/
आंदोलनों ने कैसे कैसे कसाई लूटेरों का जना है,जेपी के संपूर्ण क्रांति आंदोलन से जन्में,जो लगभग आज का पूरा विपक्ष है, अन्ना के आंदोलन से थूकचट्टा केजरीवाल जन्मा और हमारे यहां विद्यालय के लिए खामोश मुहिम से चटूहों के चेयरमैन ने अवतरण लिया!सबको देख लिया जाए,एक देश खा रहा है,दूजा दिल्ली और तीजा लोगों की भावनाओं के साथ विद्यालय चबा रहा है ये चेयरमैन साहब?किसको दोषी माना जाए,जेपी महोदय, अन्ना हजारे या इस चटूहों के चेयरमैन को जिसको लोगों ने अपनी भेड़, बकरी, माठा बेच के व पाठा के बातों को इग्नोर करते हुए सहयोग किया?स्मार्ट हलचल/
आपके पिल्ले तो आपसे भी दो हाथ आगे हैं हरामखोरी में।आज सुबह 9 बजे 10:11:2024 पुछना कि एक पिल्ला किससे बात कर रहा था? तुम जिससे मर्जी बात करो,हारे हुए हरामखोर हो बस! दौलत से दुनिया खरीदने का ख्वाब लिए, दौलत इसी दुनिया के लिए छोड़ जाओगे!जिस तरह से फर्जी तरीकों का प्रयोग कर इंकलाबी हुए उसी तरह से फर्जी शिक्षक बन आपके सामने आ रहे हैं। मुझे साधने के लिए उनसे संबंध साध रहे हो।अपने सारे पिल्लों को आजकल उसके चौखट चाटने को लगा रखा है। कोई दिन में मिलता है तो कोई रात के अंधेरे में।ये ठगबंधन भी ठीक है,आप लूटेरे और जिससे सहयोग लेना चाह रहे हैं आपसे भी बड़े लूटेरे वे? बहनोई कहता है कि कचहरी आओगे तो पिटूंगा? घूरा राम का तो वो क्या उखाड़े जो उनकी मां-बहन किया लेकिन कचहरी में जाऊंगा तो मेरा उखाड़ेंगे? तेरे पिल्लों को क्या कहूं जैसा तू वैसा ऊ?जैसा को तैसा भवानी के भैंसा? मुझे सदस्य नही बनना है, क्योंकि आपको दुम हीलावन चाहिए, नहीं तो बता बच्चा बो दादी का क्या कसूर था जिसे दर दर भटकने के लिए मजबूर किया और बच्चा दादा को सदस्य बना दिया।जो कोर्ट कानून होगा वो तो होगा ही लेकिन मकसद बस इतना बताना है कि आपसे बड़ा बेईमान, एहसान फरामोश,दुसरा कौन है इस जवार जिला में? तलाश आप ही तक आकर रुकती है।अंत में यही बता दिजिए लल्लन सिंह जी आपका,आपके भाईयों का,आपके बहनोइयों का,आपके पिल्लों का,आपके चाचाओं का,आपके समधियों का,आपके मामों का,आपके सालों का,आपके फुवा फूफा का,कितनी चवन्नी लगी है, कालेज निर्माण में जिसे आप चटा चटा के अपने पक्ष में किए हैं?ये भी बता दिजिए कि जिस दुम दुमाने वाले को प्रबंधक बनाए हैं उसकी कितनी अठन्नी लगी है?