शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
शाहपुरा के गालरिया कल्याण मल बसंताबाई चेरिटेबल ट्रस्ट और राजमाता विजयराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के महात्मा गांधी चिकित्सालय, भीलवाड़ा के संयुक्त तत्वावधान में जहाजपुर तहसील के घाटारानी ब्रह्मज्ञान वेदाश्रम में आयोजित निशुल्क चिकित्सा जांच एवं उपचार शिविर सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस शिविर में सैकड़ों रोगियों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं।
शिविर में कुल 350 रोगियों का पंजीयन किया गया। इन रोगियों की ब्लड शुगर और रक्तचाप की जांच की गई। इसके बाद शिविर में उपस्थित विशेषज्ञ चिकित्सकों ने रोगियों को उनकी बीमारी के आधार पर परामर्श दिया और आवश्यक जांचें करवाईं। शिविर में 80 रोगियों की ईसीजी जांच की गई। 16 श्वसन रोगियों की स्पाइरोमेट्री जांच की गई। 16 महिलाओं की पेप स्मीयर जांच करवाई गई। 78 निकट दृष्टि दोष वाले रोगियों को चश्मे उपलब्ध कराए गए, जबकि 16 दूर दृष्टि दोष वाले रोगियों के चश्मे के नंबर निकाले गए, जिन्हें बाद में चश्मे दिए जाएंगे। शिविर में 51 रोगियों को ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया। शिविर में आपरेशन के लिए 40 रोगी आंखों से संबंधित रोग के, 8 रोगी जनरल सर्जरी के लिए, 1 रोगी नाक, कान, गला रोग से संबंधित तथा 1 महिलारू स्त्री रोग संबंधित का चयन कर इन सभी रोगियों को महात्मा गांधी चिकित्सालय, भीलवाड़ा रेफर किया गया है। ऑपरेशन 3 दिसंबर को किए जाएंगे। शिविर में ही ऑपरेशन से संबंधित प्राथमिक जांचें पूरी कर ली गई हैं।
शिविर में आए सभी रोगियों को निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई गईं। इसके साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल टीम ने शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिविर का शुभारंभ प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास वैभव गालरिया द्वारा किया गया। उनके साथ ट्रस्ट के प्रिंसिपल ट्रस्टी रमेशचंद्र गालरिया, जहाजपुर विधानसभा के विधायक गोपीचंद मीणा, और महात्मा गांधी चिकित्सालय के चिकित्साधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि सामाजिक सरोकारों के तहत इस प्रकार के शिविर जनता के लिए बेहद लाभदायक साबित हो रहे हैं। उन्होंने इस आयोजन की सराहना की और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर जनता से उनका अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।
यह शिविर घाटारानी ब्रह्मज्ञान वेदाश्रम के सहयोग से आयोजित किया गया, जो आसपास के ग्रामीण इलाकों की जनता के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ। शिविर के माध्यम से उन रोगियों को तुरंत चिकित्सा सहायता और उपचार प्रदान किया गया, जो अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे थे।
गालरिया ट्रस्ट और महात्मा गांधी चिकित्सालय के इस संयुक्त प्रयास ने न केवल क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाया, बल्कि यह भी दिखाया कि सामुदायिक सेवा और सामाजिक सरोकार किस प्रकार जनसामान्य की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।