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शंभूपुरा फाटक रहती घण्टो तक बंद, ना जनप्रतिनिधि सुन रहे ना अधिकारियों के कानों कोई जु रेक रही, राहगीर परेशान

ओम जैन

शंभूपुरा। स्मार्ट हलचल/शंभूपुरा रेलवे फाटक जो कि दिन में कई बार घण्टो तक बंद रहती है जिससे यहाँ का ना सिर्फ आवागमन बाधित होता है बल्कि रोज सेकड़ो लोग प्रभावित हो रहे है लेकिन फिर भी ना कोई जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे है ना ही सम्बंधित रेलवे अधिकारियों के कानों जु रेक रही, जिससे क्षेत्रवासियों में इस गंभीर समस्या को लेकर नेताओ ओर अधिकारियों दोनों के प्रति खासा रोष है।
बता दे कि शंभूपुरा कस्बा जिला मुख्यालय से मात्र 13 किलोमीटर दूर है जो सीमेंट फैक्ट्रियों का हब होने के साथ ही दर्जनों गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ता है, शंभूपुरा में सेकड़ो लोगों का रोज आना जाना रहता है जिन्हें इस फाटक के दिन में कई बार वो भी लम्बे समय तक बन्द रहने की समस्या से जुझना पड़ रहा है बावजूद इसके ना कोई जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान दे रहे है ना ही सम्बंधित रेलवे अधिकारी जिससे क्षेत्रवासियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है, कई बार बीमार मरीज ओर एम्बुलेंस तक इस बन्द फाटक की वजह से फंस जाते है, कई लोगों को इसके चलते जान तक गंवानी पड़ गई फिर भी जिम्मेदारो का इस ओर तनिक भी ध्यान नही जा रहा, वही दूसरी ओर शंभूपुरा क्षेत्र में 3 बड़ी सीमेंट फैक्ट्रिया आती है जिसमे जाने वाले कार्मिक यही से होकर गुजरते है कई बार देरी की वजह से फेक्ट्री के गेट बंद हो जाते और उन्हें फिर निराश लौटना पड़ता है, साथ ही स्कूली बच्चो को भी यहाँ खासी परेशानी झेलनी पड़ती है।
ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या आज से नही बल्कि कई सालों से बनी हुई है, इसके बारे में कई बार रेलवे अधिकारियों के साथ साथ विधायक सांसद व मंत्रियों तक को अवगत करवाया लेकिन आज दिन तक ना तो यहाँ अंडर ब्रिज बन पाया ना आरओबी जिससे क्षेत्र की यह गम्भीर समस्या हल होने का नाम नही ले रही।

विधायक जिला प्रमुख अटके, अधिकारी को फोन किया लेकिन हाल जस के तस

हाल ही में इसी रेलवे फाटक से गुजर रहे जिला प्रमुख भूपेंद्र सिंह बडौली ओर बेंगू विधायक सुरेश धाकड़ भी इसी फाटक के बन्द होने से यहाँ करीब 40 मिनिट तक अटके रहे, विधायक धाकड़ ने तो आनन फानन में रतलाम डीआरएम ओर कलेक्टर तक को फोन घुमाए लेकिन फर्क कुछ भी नही पड़ा और हाल जस के तस बने हुए है, ग्रामीणों ने कहा कि यह तो सिर्फ फ़ोटो वीडियो और मीडिया की सुर्खियां बटोरने का विकल्प था बाकी हमारी समस्या पर ना किसी ने आज दिन तक ध्यान दिया ना कोई दे रहे है, ऐसी गम्भीर समस्या के कारण सेकड़ो लोग रोज परेशान हो रहे है फिर भी कोई समाधान नही होने से क्षेत्र में अधिकारियों के साथ साथ भाजपा सरकार और जिले के नेताओ के प्रति भी खासा रोष है, ग्रामीणों ने जल्द समस्या के स्थाई समाधान कि मांग कि है।

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