बानसूर ।स्मार्ट हलचल/भारत मंडपम में शनिवार को आयोजित ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 में ग्रामीण भारत की नई तस्वीर देखने को मिली। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, जिसमें युवा जागृति संस्थान, बानसूर के स्वयं सहायता समूहों की प्रेरक कहानियों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया। नाबार्ड के सहयोग से संस्थान ने इन ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। जो महिलाएं कभी केवल चूल्हा-चौका संभालती थीं, वे आज रोजगारपरक गतिविधियों के जरिए आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर रही हैं। इन समूहों ने हर्बल गुलाल, मिलेट उत्पाद, ऑर्गेनिक खाद, जूट के उत्पाद, सजावटी सामान और अन्य प्रसंस्कृत वस्तुएं बनाकर खुद का स्वरोजगार खड़ा किया है। इन महिलाओं के उत्पाद न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि देशभर में अपनी पहचान बना चुके हैं। ओएनडीसी प्लेटफॉर्म से जुड़ने के बाद उनके उत्पाद ऑनलाइन भी आसानी से उपलब्ध हो गए हैं। इनकी मार्केटिंग क्षमताओं को नई ऊंचाई मिली है, और वे विभिन्न राज्यों में स्टॉल्स लगाकर अपनी रचनात्मकता और मेहनत का प्रदर्शन कर रही हैं। इस डॉक्यूमेंट्री में दर्शाया गया कि कैसे ये महिलाएं अपने सामर्थ्य और सहयोग से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुईं। उनकी सफलता की यह गाथा केवल प्रेरणा ही नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत के विकास और बदलाव की दिशा में एक नई उम्मीद है। ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 में इन महिलाओं की मेहनत और जज्बे को देखकर यह साबित हो गया कि सशक्त महिलाएं, सशक्त भारत की आधारशिला हैं।