40 दिन बाजमात नमाज पढ़ने वाले मदरसा के 15 तलबाओ का किया सम्मान
काछोला 2 मार्च -स्मार्ट हलचल/कस्बे में माहे रमजान पर्व की पहली तरावीह पर जामा मस्जिद पेश इमाम हजरत मोहम्मद शाह आलम ने मदरसा तलबाओ के 40 दिन बाजमात नमाज पढ़ने वाले तलबाओ के सम्मान समारोह में मुस्लिम जनों को कहा कि नमाज दुनिया और हकीकत की रोशनी है,नमाज केवल एक इबादत नहीं बल्कि आत्मा की शुद्धि और जीवन को सही दिशा देने का एक माध्यम है यह वह संबल है जो इंसान को गुमराह होने से बचाता है और सीधे राह पर चलने की प्रेरणा देता है।उन्होंने कहा कि जब हम नमाज अदा करते हैं तो दिल को सुकून और दिमाग को तसल्ली मिलती है यह हमें चिंताओं से दूर कर सुकून की ओर ले जाती है।नमाज न केवल इस दुनिया में बल्कि कबर और हश्र के दिन भी हमारा सहारा होगी। यह हमें जन्नत की ओर ले जाने का सबसे मजबूत जरिया है और नमाजियों को कहा कि जो इंसान नमाज पढ़ता है वह अपने जीवन में अनुशासन और संयम को अपनाता है यह आदत उसे हर अच्छे बुरे फैसले में सोच समझ कर चलने की सीख देती है।और गुनाहों से बचने और अच्छे कर्मों की ओर बढ़ने का सबसे आसान और पक्का तरीका है यह दिल में अल्लाह का खौफ और मोहब्बत दोनों पैदा करती है।
नमाज के दौरान जब इंसान सजदे में जाता है तो वह अल्लाह के सबसे करीब होता है यही वह लम्हा होता है जब उसकी दुआएं कबूल होती है और वह अपनी गलतियों की माफी मांग सकता है ।
जो नमाज को अपना साथी बना लेता है उसे दुनिया की कोई और मुश्किल हरा नहीं सकती इसलिए आओ नमाज कायम करें इसे अपने जिंदगी का अहम हिस्सा बनाएं।इस मौके पर 15 तलबाओ को मुस्लिम सदर हाजी शरीफ मोहम्मद मंसुरी,पेश इमाम मोहम्मद शाह आलम,मोहम्मद यूनुस रँगरेज,कमालुद्दीन रँगरेज,हाजी कासम मोहम्मद रँगरेज,हाजी रमजान अली बिसायती,बाबू मेवाती,मोहम्मद शाबिर रँगरेज,अब्दुल सत्तार बागवान ने बच्चो को फुलपोशी, स्कूल बैग,बोटल, दीनी किताब,दाई हलीमा हॉस्पिटल बुक सहित आदि इनामात देकर नवाजा।
मोहम्मद शाबिर रँगरेज ने बताया कि मदरसा के 15 तलबाओ ने लगातार 40 दिन बाजमात नमाज अदा करने वाले बच्चो को मरहूम हाजी मुंशी मोहम्मद मंसुरी,मरहूम हाजी इमामुद्दीन रँगरेज की स्मृति व इसाले सवाब को लेकर सदर शरीफ मोहम्मद मंसुरी,मोहम्मद यूनुस रँगरेज की तरफ से स्कूल बैग,वाटर बोटल, दीनी किताब देकर इनामात से नवाजा।