राजेश जीनगर
भीलवाड़ा । राज्य में साइबर क्राइम पिछले काफी समय से चुनोती के रूप में सामने आ रहा था जो राजस्थान में ही नहीं अन्य राज्यों में भी बड़ी समस्या है। इसको लेकर राजस्थान पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर काफी हद तक इस पर अंकुश लगाया है। आगे भी इससे निपटने के लिए साइबर एक्सपर्ट जो तकनीकी दक्षता रखते हैं उन्हें जयपुर, जोधपुर जैसी जगह पर खास ट्रेनिंग दी जा रही है। साइबर फ्रॉड नए-नए तरीके और टेक्नोलॉजी से अपराध कर रहे हैं। जिससे भी पुलिस निपटने को तैयार व तत्पर है। लव जिहाद का जहां तक मामला है, उसके लिए पुलिस में अलग अलग डिपार्टमेंट बनाए गए हैं और वह उनके स्तर पर इनको हैंडल कर रहे हैं। इसके साथ ही नए कानून को लेकर पुलिस प्रभावी ढंग से अपराधों पर अंकुश के लिए कार्रवाई कर रही है। यह बात आज अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस. सेगाथिर ने अपने भीलवाड़ा वार्षिक निरीक्षण के दौरान मिडिया से रू-ब-रू होने के दौरान कही। एडीजी सेंगाथिर वार्षिक निरीक्षण के तहत दो दिवसीय दौरे पर आज भीलवाड़ा पहुंचे। जहां जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने उनकी अगवानी की। एडीजी ने पुलिस लाइन में परेड का निरीक्षण कर मौक ड्रिल सहित मर्डर के दौरान साक्ष्य जुटाने का डेमो भी देखा। निरीक्षण के बाद एडीजी ने एसपी ऑफिस में विभिन्न विभागों के कार्यालयों का निरीक्षण भी किया और दोपहर बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध बैठक लेकर कानून व्यवस्था पर चर्चा की। जिसमें अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने और आमजन को राहत देने की बात कही। साथ ही क्राइम बैठक में पूरे सालभर में अपराध का क्या आंकड़ा रहा और क्या नए बदलाव किए गए उसको लेकर भी पुलिस अधिकारियों से चर्चा की और अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय के जो भी निर्देश हैं, उनकी पालना सुनिश्चित करने पर जोर दिया। अपराध को रोकने के लिए पुलिस के नये कानून ओर बदलाव पर भी चर्चा की।