मोड़ का निंबाहेड़ा ।
आसींद क्षेत्र के ब्राह्मणों की सरेरी कस्बे में कुछ वर्ष पूर्व एक बंदरिया करंट की चपेट में आ गई थी , तो ग्रामीणों ने चंदा एकत्रित कर बंदरिया को अस्पताल ले गए वहां इलाज करवाया , बंदरिया स्वस्थ होने के बाद मुंडिया खेड़ा बालाजी के वहां पर रखा , धीरे-धीरे बंदरिया बड़ी हो गई और वहीं पर एक बंदर एवं बंदरिया का जोड़ा रहने लगा , करीब 2 दिन में से गर्भवती बंदरिया को प्रसव की परेशानी होने लगी काफी पशु डॉक्टर एवं अन्य लोगों ने प्रयास किया लेकिन बंदरिया का प्रसव नहीं हो पाया तो ग्रामीणों ने सुरक्षित प्रसव की कामना करते हुए मुंडिया खेड़ा बालाजी से चारभुजा नाथ के मंदिर तक जुलूस निकालते हुए ले आए । सरेरी श्याम चारभुजा मंदिर पर सभी ग्रामीणों ने सुख समृद्धि की कामना की ।
वहीं भगवान चारभुजा की आरती उतार कर चरणामृत डाला, थोड़ी देर बाद में बंदरिया का सुरक्षित प्रसव हुआ तो ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए नाचने लगे ।
बच्चे का नामकरण भी करवाया और थोड़े दिनों बाद नामकरण का आयोजन होगा एवं बंदरिया के पूरे परिवार के रहने खाने की पूरी जिम्मेदारी मुंडिया खेड़ा बालाजी समिति द्वारा जिम्मेदारी ली ।
इस मौके पर पुजारी कैलाश वैष्णव, गणपत महाराज ,रामस्वरूप व्यास , हरिशंकर राव ,बंशीलाल सिरौटा, पप्पु जोशी ,भेरूलाल शर्मा ,गणेश ओझा सहित कई समाजसेवी लोग मौजूद रहे ।