भीलवाड़ा । ( लकी शर्मा)भीलवाड़ा शहर के तिलक नगर 10F क्षेत्र में स्थित एक आवासीय कॉलोनी में घरों के बाहर से हाई वोल्टेज बिजली के तार अब जानलेवा साबित हो सकते हैं। घर की छत से महज़ कुछ फीट ऊपर झूलते ये तार हर वक्त हादसे को दावत दे रहे हैं, लेकिन बिजली विभाग प्रशासन खामोश है। क्या बिजली विभाग किसी बड़ी दुर्घटना के बाद ही जागेगा?
स्थानीय निवासी राजेश प्रजापति आक्रोशित होकर कहते हैं, “ये तार बिजली नहीं, मौत ले कर घूम रहे हैं! ना बच्चे छत पर जा सकते हैं, ना छत की मरम्मत हो सकती है। बारिश के दिनों में इन तारों से विद्युत तरंगें निकलती हैं, जिससे मकान की दीवारों में करंट महसूस होता है। कोई भी व्यक्ति यदि अनजाने में दीवार को छू ले, तो गंभीर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। यह स्थिति न केवल असहज है, बल्कि यह भविष्य में किसी बड़े हादसे का कारण भी बन सकती है। डर के साए में जीना अब रोज़ की बात हो गई है।”
हाल ही में मकान की मरम्मत और पेंटिंग के दौरान मजदूरों की जान जोखिम में डालते हुए यह स्पष्ट रूप से देखा गया कि खुले तार कितनी निकटता से मकान के साथ लगे हुए हैं। लोगों ने कई बार बिजली विभाग और प्रशासन से शिकायतें कीं, लेकिन हर बार आश्वासन की घिसी-पिटी फाइल थमा दी गई। न तार हटे, न खतरा टला — बस अफसरों की कुर्सी पर जमी धूल और उदासीनता साफ दिखती है। क्या प्रशासन इतना संवेदनहीन हो गया है कि उसे किसी मासूम की जान जाने का इंतज़ार है? या फिर सरकारी फाइलें तभी तेज़ी से चलेंगी जब किसी अख़बार की सुर्खियों में “करंट लगने से मौत” की खबर छपे? क्षेत्रवासियों ने चेतावनी देते हुए कहा की अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे और पूरे मामले को आगे तक लेकर जाएंगे।