चकेरी में 132 केवी जीएसएस एवं किसान सेवा केन्द्र बनाने की घोषणा
मदन मोहन गर्ग
स्मार्ट हलचल/सवाई माधोपुर। मंत्री आपके द्वार एवं जनसुनवाई कार्यक्रम कृषि, उद्यानिकी एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना की अध्यक्षता में मीणा हाईकोट अजनोटी एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चकेरी में सोमवार को आयोजित हुई।
कृषि मंत्री ने कहा कि आमजन के द्वार पर जाकर उनकी सुनवाई कर राहत प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पूर्ण संवेदनशीलता के साथ सुनवाई कर उन्हें निर्धारित समयावधि में प्रकरणों का निस्तारण कर राहत प्रदान करें। इस दौरान उन्होंने चेकरी में 10 लाख रूपए की लागत से किसान सेवा केन्द्र बनाने तथा चकेरी के ग्रामीणों की मांग 132 जीएसएस राज्य सरकार से स्वीकृत कराने की घोषणा की है।
इस दौरान अजनोटी में ललिता कुमारी मीना ने अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति की मांग की। वहीं अंशु गर्ग ने मानसिक प्रताड़ना, विक्रम सिंह मीना ने मैनपुरा में खेत से अतिक्रमण हटवाने, दोबड़ा खुर्द के समस्त ग्राम वासियों ने विद्युत कनेक्शन, रेगर समाज की ओर से श्यमशान घाट के लिए भू-खण्ड आवंटित करवाने, कमलेश मीना ने पेयजल की समस्या, शिक्षकों द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नींदडदा के खेल मैदान से अतिक्रमण हटवाने की मांग की गई। वहीं ट्रेक्टर चालकों ने बजरी रॉयल्टी के संबंध में, ग्रामीणों द्वारा जटवाड़ा रोड़ पर पानी की समस्या से कृषि मंत्री को अपनी समस्या से अवगत कराया। उन्होंने जनसुनवाई में आए सभी समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए है। उन्होंने चकेरी ग्राम वासियों की पेयजल की समस्या का निराकरण सात दिवस में करने के निर्देश जलदाय विभाग के अधिकारी को दिए है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर प्लान्ट लगाने पर 60 प्रतिशत एवं पॉली हाउस लगाने पर 95 प्रतिशत तक अनुदान कृषकों को देती है। लघु एवं सीतान्त किसानों को 95 प्रतिशत अनुदान पर कृषक हिस्सा राशि 10 लाख 17 हजार 200 रूपये जमा करानी होती है। जिसकी कुल लागत अनुमानित 42 लाख रूपये है। उन्हांेने कहा कि कृषक परम्परागत खेती के स्थान पर खेती में नवाचार कर अपनील आय को दुगुना-तिगुना कर सकते है। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ एवं पात्रता की जानकारी किसान संगोष्ठी के माध्यम से प्रदान करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने कृषि, उद्यानिकी एवं आत्मा के अधिकारियों के माध्यम से उपस्थित ग्रामीणों को कृषि विभाग से संबंधित सभी योजनाओं एवं उनके लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कृषकों के अनुरोध किया कि वे उनकी आय बढ़ाने के लिए पॉलिसी हाउस, शैडनेट, कृषि में नवाचार कर अपनी आय तिगुनी करें।
इस दौरान कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामराज मीना, उप निदेशक आत्मा अमर सिंह, उप निदेशक उद्यानिकी चन्द्र प्रकाश बड़ाया ने ग्रामीणों को फार्म पौण्ड, सिंचाई पाईप लाईन, जिप्सम वितरण, मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन-पौध संरक्षण यंत्र, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (गेंहू, दलहन, तिलहन, फसल प्रदर्शन, बीज मिनिकिट, तिलहन तारबंदी), प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, सॉयल हैल्थ कार्ड आदि योजनाओं के लाभ एवं पात्रता के बारे में जानकारी प्रदान कर उक्त योजनाओं में आवेदन करने की प्रक्रिया को भी समझाया। उन्होंने उद्यानिकी विभाग की योजनाओं मधुमक्खी पालन, जल स्रोतों का विकास, बाजार के बुनियादी ढांचे का सृजन, फूलों के नये बगीचों की स्थापना, ड्रिप सिंचाई उर्वकर्कीकरण, राष्ट्रीय बागवानी मिशन आदि कृषि एवं उद्यानिकी विभाग से संबंधित योजनाओं के लाभ एवं पात्रता की जानकारी उपस्थित ग्रामीणों को दी।
इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा, उपखण्ड अधिकारी अनिल चौधरी, विकास अधिकारी समय सिंह मीना, तहसीलदार मुकेश अग्रवाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।