पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद मुर्शिदाबाद से कथित तौर पर हिंदू समुदाय के लोगों के पलायन की खबरें आ रही हैं। इस बीच मुर्शिदाबाद हिंसा पर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मैंने सुना है कि वहां से हिंदू पलायन कर रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो बहुत दिन नहीं होंगे जब मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से भी हिंदू पलायन करेंगे। हिंदू डरे हुए हैं। यह सब पहले से ही योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। यह देश और खासकर हिंदुओं के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि हिंदू एकजुट नहीं हैं। लेकिन, मेरा मानना है कि जल्द ही ये सब बंद हो जाएगा
वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया है. विरोध प्रदर्शन के बीच भड़की हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि काफी लोग घायल हुए हैं. हालांकि, हालात इस कदर तक अनियंत्रित हो गए कि पश्चिम बंगाल पुलिस को BSF की मदद लेनी पड़ी. केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक हालात पर नजर बनाए हुए हैं. इस बीच, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद और राज्य के अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि राजभवन का कोर ग्रुप मुर्शिदाबाद और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की स्थिति पर वास्तविक समय के आधार पर लगातार नजर बनाए हुए है.
हिंसा पर सियासत गरमाई, केंद्रीय बल तैनात
हिंसा के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. केंद्रीय बलों की 17 कंपनियां मुर्शिदाबाद में तैनात की गई हैं. राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बल संयुक्त रूप से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं. अफवाहों के चलते मुर्शिदाबाद, मालदा और बीरभूम के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं.
हिंसा पीड़ितों से मिले बीजेपी नेता
रविवार को बीजेपी के पांच विधायकों का प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मिलने मालदा पहुंचा. इसके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने पीड़ितों से मिलकर कहा, ‘बंगाल के हिंदू अब समझ चुके हैं कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को लाइट बांग्लादेश बनाने में सफल हो गई हैं. हम वादा करते हैं कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद ऐसे हमलावरों को सीधा बाहर निकालने की जिम्मेदारी हमारी होगी.’
गवर्नर बोस ने कहा कि उनकी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच इस मुद्दे पर बातचीत हुई है और हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय भी पूरी तरह से सतर्क हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. राज्यपाल बोस ने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए बीएसएफ और स्थानीय पुलिस सहित सभी प्रवर्तन एजेंसियों से रिपोर्ट प्राप्त की गई है. केंद्र सरकार ने पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी है और जरूरत पड़ने पर और अधिक बल तैनात करने के लिए तैयार है. फिलहाल बीएसएफ की 9 कंपनियां तैनात हैं और इसके अतिरिक्त सीआरपीएफ, आरपीएफ और आरआईएफ भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. राज्य पुलिस भी केंद्रीय बलों के साथ मिलकर क्षेत्र में सक्रिय है और उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा रही है.
लोगों को मदद पहुंचाई जा रही
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि संकट में फंसे लोगों को केंद्रीय बलों की ओर से समय पर मदद पहुंचाई जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग हिंसा फैला रहे हैं और उनके संरक्षक हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अब यह एक लड़ाई होने जा रही है. अब हिंसा और अपराध के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. डॉ. बोस ने यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ कानून-व्यवस्था की नहीं, बल्कि अन्याय और हिंसा के खिलाफ समाज की लड़ाई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि अदालतें, सरकार और समाज के सभी जिम्मेदार और सजग नागरिक एकजुट होकर इन अपराधियों को खत्म करने के लिए कड़ा रुख अपना चुके हैं