बिजोलिया ( महिमा ) । सिविल सेवा दिवस के अवसर पर सोमवार को अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओमप्रकाश ने बिजोलिया कस्बे का दौरा कर प्रशासनिक उपस्थिति को मजबूत किया और ‘जन सेवा और जन संवाद’ की मिसाल पेश की। थाने का वार्षिक निरीक्षण करने के बाद आईजी ने कस्बावासियों, सीएलजी सदस्यों और प्रशासनिक अधिकारियों से सीधा संवाद किया, जिसमें न केवल कानून व्यवस्था के विषयों पर चर्चा हुई, बल्कि सामाजिक जागरूकता के आयाम भी सामने आए।
गर्मजोशी से हुआ स्वागत :
आईजी ओमप्रकाश के कस्बे में आगमन पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन, डीएसपी बाबूलाल विश्नोई, थानाधिकारी लोकपाल सिंह, उपखंड अधिकारी अजीत सिंह राठौड़, तहसीलदार ललित डिडवानिया और अधिशासी अधिकारी पंकज मंगल भी मौजूद रहे।
जनता से सीधे जुड़े मुद्दे उठे बैठक में ;
बैठक में सीएलजी सदस्य शक्ति नारायण शर्मा ने कांस्या चौकी को मध्यप्रदेश सीमा पर होने के कारण पूर्ण थाना बनाने की माँग की, वहीं आरोली क्षेत्र में नई पुलिस चौकी खोलने की आवश्यकता जताई गई। माल का खेड़ा गांव के पुलिस सीमा विवाद पर सदस्य वेदप्रकाश तिवारी ने ध्यान आकृष्ट कराया। सभी मुद्दों पर पुलिस अधीक्षक ने तत्परता से कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
सामाजिक सुरक्षा पर विशेष ज़ोर :
आईजी ने कहा कि आज की सबसे बड़ी चुनौती ‘सामाजिक सुरक्षा’ है – नशा, साइबर फ्रॉड और सोशल मीडिया के ज़रिए बच्चों और किशोरों को निशाना बना रहे अपराधी। उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों से संवाद करें, उनके डिजिटल व्यवहार पर नज़र रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी बिना हिचक पुलिस को दें
तकनीकी बदलावों की झलक :
आईजी ने थाने में क्षेत्रवासियों की सहभागिता से सीसीटीवी नेटवर्क अपग्रेड करने एवं संदिग्ध गतिविधियों की मॉनिटरिंग करने और नाइट पेट्रोलिंग को और बेहतर बनाया जाने की बात कही ।
सकारात्मकता और भरोसे का माहौल :
कार्यक्रम के अंत में आईजी ने कस्बावासियो द्वारा पुलिस की कार्यशैली की सराहना करने पर आभार प्रकट किया और कहा कि पुलिस और जनता का रिश्ता डर या दूरी का नहीं, बल्कि भरोसे और सहभागिता का होना चाहिए।