रायपुर 22 अप्रैल (विशाल वैष्णव) रायपुर खेल मैदान उपेक्षापूर्ण नीति के कारण बर्बाद हों रहा है जिसमें गंदे नाले के पानी रिसाव होने से पूरे खेल मैदान में गंदा पानी ही पानी फैला हुआ है जिसके कारण रायपुर क्षेत्र की प्रतिभावान खिलाड़ियों की प्रतिभा कुंठित हो रहे है, वहीं उपखंड का इकलौत रायपुर खेल मैदान आवारा श्वान सुवरो का विचरण स्थल बन गया, बतादे की उक्त खेल मैदान गांव के मध्य होने के साथ ही महाराणा उच्च माध्यमिक विद्यालय की संपति है। जिसमें समय समय पर शादी विवाह समारोह के आयोजन होते रहते हैं और उनसे होने वाली आय को विद्यालय अपने राजकोष में जमा तो करता है लेकिन खेल मैदान की साफ सफ़ाई करना नहीं चाहता कही विद्यालय राजकोष के पैसे कम ना पड़ जाए। जिसके कारण खेल प्रेमियों द्वारा बार बार सोशल मीडिया एवं विद्यालय विकास जनप्रतिनिधियों एवं विद्यालय प्रधानाचार्य को अपनी पीड़ा बताने पर भी जिम्मेदारो के कान में जू तक नहीं रेंगती है अगर विद्यालय प्रधानाचार्य, व विद्यालय विकास प्रतिनिधि व प्रशासन सजग नहीं हुआ तो निकट भविष्य में खेल मैदान का अस्तित्व खत्म हो सकता है। प्रखंडस्तरीय खेल मैदान होने की वजह से पहले यहां अक्सर खेलो के आयोजन होते रहते थे। लेकिन अब खेलों की गतिविधियाँ मृतप्राय हो चुकी है, मगर यह क्यों हो रही है। जिसके हाल को देखने की फुर्सत हुक्मरानों के पास नहीं है एक दशक पूर्व इसी मैदान पर अन्तर जिला खेल प्रतियोगिता के साथ ही जिला स्तरीय आयोजित खो खो,फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी, हॉकी आदि प्रतियोगिता होती रहती थी। खेल का आयोजन होने से खिलाड़यों को प्रोत्साहन मिलता था, लेकिन आज स्थिति विपरीत हो गई है। अब न तो खेलों को बढ़ावा देने में विद्यालय प्रशासन रूची लेता है और ने ही खेल संगठनों द्वारा इस दशा में खेल मैदान को बेहतर बनाने के लिए किसी उद्वारक की तलाश है। खेल मैदान में अपनी प्रतिभा के दम पर लोहा मनबाने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों की यहां कमी नहीं है। लोगों का कहना है कि विद्यालय प्रशासन अगर खेल मैदान की दुर्दशा को सही करने पर ध्यान नहीं देगा तो आने वाले समय में खेल प्रेमियों के साथ उग्र आन्दोलन किया जाएगा।