सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती रेणवास गांव में रविवार को भगवान लक्ष्मी नाथ फूलडोल महोत्सव बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, रविवार रात्रि को विशाल भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें राजस्थान के कई जाने-माने सुप्रसिद्ध भजन गायक कलाकारों ने भक्तिमय भजनों की प्रस्तुतियां दी । छप्पन भोग का प्रसाद वितरण किया गया । फूलडोल कमेटी के सदस्य सांवरमल तेली व विष्णु सेन, हरीश गाडरी ने बताया की रविवार को भगवान लक्ष्मीनाथ फूलडोल महोत्सव व छप्पन भोग का आयोजन हुआ, दोपहर को छप्पन भोग लगाया गया । रात्रि को राम चौक में विशाल भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें राजस्थान के सुप्रसिद्ध भजन गायक कलाकारों ने भक्तिमय भजनों की प्रस्तुतियां दी, जिसमें सुप्रसिद्ध भजन गायक जगदीश वैष्णव मुगाणा ने गणेश वंदना व गुरु वंदना के साथ भजन संध्या की शुरुआत की । इसके बाद श्रवण गिरी जेतारण ने मोरिया पाखडली दे दे रेणवास श्याम सी… व अरे लक्ष्मीनाथ बैठा बैठा रेणवास माई… आदि की प्रस्तुतियां दी । फिर रामकुमार मालुणी टोंक ने धरती हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो चरण हो राघव से…. व लीलण मारो तेजल सिणगारी धोलिया रो जायो सासरिए चालियो… आदि कई भक्तिमय भजनों की प्रस्तुतियां दी । इनके बाद अनिता जांगिड़ पाली ने धीन धीन लक्ष्मी नाथ सेठा में सेठा मारो सेठ धणी… व बाग ने बगीची दोई बावड़ी… अन्य भजन प्रस्तुत किए । इनके बाद महावीर सांखला नागौर ने गुरु देव कह सुण चेला थारो जन्म सफल कब होला… व मरणों एकण बार जगत में शुरा कइ दरपे मौत सु… आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी गई । इनके बाद हेमलता वैष्णव चित्तौड़गढ़ ने भाया मानों मारी बात चाला रेणवास रे माई… व झीणी झीणी उड़े रे गुलाल रेणवास का मंदिर में… की प्रस्तुति दी । फिर डीजे किंग लादू ने चांदी का रथड़ा में प्यारों लागे मारो सेठ सांवरिया… की प्रस्तुति दी । भक्तिमय भजनों पर भक्तगण भाव विभोर होकर नाचने झूमने लगे । वही नृत्यांगना गरिमा चोपड़ा, पिंकी कोटा, अनिता बुंदी, अनौखी राजस्थानी, पलक जयपुर, अंकित, सम्पत ने अपने नृत्य से सब का मन मोह लिया ।।