हनुमाननगर , बजरी ठेकेदार एवं ईआरसीपी वालों की मनमर्जी व हठधर्मिता के चलते बनास नदी के समीपस्थ गांवों में बजरी की किल्लत शुरू हो गई है। बजरी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने आखिर मजबूर होकर बजरी ठेकेदार के खिलाफ धरने प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। गांगीथला गांव में सरपंच पति रमेश खटाना के नेतृत्व में ग्रामीण विगत दो-तीन दिन से लगातार धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बनास नदी के किनारे पर बसे ग्राम ग़ांगीथला पंचायत के लोगों ने बनास नदी में ही सोमवार से ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। सरपंच प्रतिनिधि रमेश खटाना का आरोप है कि गांव में स्वीकृत इंदिरा आवास सहित पंचायत में होने वाले विकास कार्यों के साथ-साथ गांव में निर्मित होने वाले मकान, दुकान, खाली भूखंड पर बाउंड्री, नाडी निर्माण, सड़क निर्माण व नाली निर्माण जैसे कार्य ठप्प हो गये हैं। ग्रामीणों का आरोप है की बजरी ठेकेदार ने नदी में दोनों किनारों पर गिट्टी व कंक्रीट का रास्ता बनाकर बजरी का परिवहन कर रहे हैं लेकिन गांव में किसी भी व्यक्ति को बजरी ले जाने की ना तो परमिशन देते हैं ना ही स्वयं बजरी उपलब्ध करवाते हैं, जिससे कोई भी बजरी संबंधित काम नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि हमने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर बजरी मुहैया कराने की मांग की थी, पर उस पर भी कोई करवाई नही हुई। ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देखकर अति शीघ्र उचित कीमत पर बजरी उपलब्ध करवाने की मांग की है ताकि ठप्प पड़े विकास कार्य शुरू हो सकें। इसी के साथ ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है कि जब तक बजरी उपलब्ध नहीं होगी, धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। ज्ञापन देने वाले रामलाल, महावीर, शिवराज, रतन लाल, शंकर, मुनीम, गोविंद, मुकेश, सोनू, मोनू, रमेश, अनिल, पप्पू, कालू, नरेंद्र, रामदेव, रामलाल, सुरेश सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।