दिनेश सनाढ्य
स्मार्ट हलचल|मांडलगढ़ तहसील की सरहद पर स्थित श्री जोगणिया माता शक्तिपीठ में राष्ट्र रक्षा एवं वैश्विक शांति की भावना से ओतप्रोत एक दिव्य आध्यात्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है l
भारत-पाकिस्तान के मध्य वर्तमान में व्याप्त तनावपूर्ण परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में देश की सेवा में संलग्न सैनिकों के मनोबल वृद्धि तथा अखंड राष्ट्र की कामना हेतु यह अनुपम साधना प्रारंभ की गई है। इस मौके पर जोगणिया माता शक्ति पीठ संस्थान के अध्यक्ष सत्यनारायण जोशी ने महाराज श्री का स्वागत अभिनंदन किया।और संस्थान द्वारा हो रहे विकास कार्यों को विस्तृत रूप से जानकारी दी। वही इस अनुष्ठान के अंतर्गत सवा लाख महामृत्युंजय जप, अथर्ववेदीय शत्रु नाशन मंत्र प्रयोग, विजय सूक्त एवं सामनस्य सूक्त का प्रयोग, शतचंडी दुर्गा सप्तशती पारायण, तथा ग्यारह विद्वान पंडितों द्वारा नियमित रुद्राभिषेक अनुष्ठान संपन्न हो रहे हैं।
कुंभलगढ़ सूरजकुंड धाम के परम पूज्य श्री श्री 108 अवधेश चैतन्यब्रह्मचारी महाराज ने इस आध्यात्मिक अनुष्ठान का सशक्त अवलोकन किया। उन्होंने इसे राष्ट्र सेवा का आध्यात्मिक माध्यम बताते हुए कहा कि ऐसी साधनाएं सम्पूर्ण भारतवर्ष के धर्म स्थलों पर पूर्ण विधि-विधान से आयोजित की जानी चाहिएं, जिससे राष्ट्रीय एकता सुदृढ़ हो, देशवासियों का मनोबल सशक्त बने तथा सनातन धर्म का दिव्य स्वरूप और अधिक उजागर हो। संत श्री ने जोगणिया माता के निर्माणाधीन मंदिर का अवलोकन किया, संत श्री ने कहा की धर्म की ध्वजा पूरे अखंड भारत में लहराए।सनातन का प्रचार प्रसार हो। नई पीढ़ी नई पीढ़ी को सनातनी संस्कार देना आज के युग में अति आवश्यक है। वही कहा कि प्रणाम करने से परिणाम बदल जाते हैं इसलिए अपने बच्चों को प्रणाम करना सिखाए।
संतश्री ने श्री जोगणिया माता शक्तिपीठ प्रबंध एवं विकास संस्थान द्वारा संचालित वेद विद्यालय के बटुकों की मंत्रध्वनि का श्रवण करते हुए उन्हें भारतीय संस्कृति, वेद विद्या और धर्म प्रचार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु चल रहे विकास कार्यों की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक डॉ. सुरेश धाकड़, समाजसेवी जितेंद्र सिंह राठौड़, वेद विद्यालय के प्रधानाचार्य नारायण शर्मा
सहित अनेक श्रद्धालु एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।