रामलीला के संगीतमयी प्रसंगों से भक्तिरस में सराबोर हुआ जनमानस, समापन पर पूर्णाहुति एवं विशाल भंडारे का होगा आयोजन
मनोज खंडेलवाल
मंडावर उपखंड क्षेत्र के ग्राम हिंगोटा में 16 मई शुक्रवार से प्रारंभ हुआ नौ दिवसीय रामकथा एवं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पूरे क्षेत्र की धार्मिक चेतना को जाग्रत करते हुए एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन में परिवर्तित हो चुका है। इस समर्पित धार्मिक यज्ञ का सूत्रपात गाँव के वरिष्ठ, सम्मानित एवं रिटायर्ड थानाधिकारी ठाकुर इन्द्र सिंह किलानौत ने किया, जिन्होंने अपने पैतृक निवास ‘बड़ी हवेली’ के समीप स्थित प्राचीन व दिव्य सीताराम मंदिर प्रांगण को आयोजन हेतु चयनित कर सनातन संस्कृति की सेवा में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
16 मई को हुई शुभारंभिक कलश यात्रा में क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं की सहभागिता और माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमा के नगर भ्रमण ने ग्रामवासियों को भक्तिरस में सराबोर कर दिया। प्रतिदिन दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक वृंदावन से पधारे सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित सत्यप्रकाश शास्त्री द्वारा संगीतमयी शैली में रामकथा के प्रसंगों का सरस वर्णन किया जा रहा है। कथा क्रम में प्रथम दिवस पर कथा महात्म्य, द्वितीय दिवस पर शिव-पार्वती विवाह, तृतीय पर रघुनाथ जन्मोत्सव, चतुर्थ व पंचम को राम-जानकी विवाह, छठे दिन श्रीराम की बाल लीलाएं, सप्तम व अष्टम को सुंदरकांड पाठ और नवम दिवस को पूर्ण कथा का समापन व पूर्णाहुति की जाएगी।
18 मई रविवार को आयोजन के तृतीय दिवस पर ठाकुर इन्द्र सिंह द्वारा माँ भगवती की नवप्रतिष्ठित भव्य व आलौकिक प्रतिमा की विधिपूर्वक प्राण प्रतिष्ठा कराई गई, जिसने आयोजन को धार्मिक गरिमा की चरम सीमा पर पहुंचा दिया।
महोत्सव का विधिवत समापन 24 मई शनिवार को किया जाएगा, जिसके उपरांत 25 मई रविवार को पूर्णाहुति तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। कथा वाचक पंडित सत्यप्रकाश शास्त्री ने अपने प्रवचनों में विशेष रूप से यह संदेश दिया कि प्रत्येक सनातनी को सप्ताह में एक बार सुंदरकांड का पाठ अवश्य करना चाहिए, क्योंकि यह आध्यात्मिक शांति, मानसिक बल और आत्मचेतना का अद्वितीय साधन है।
इस विशिष्ट आयोजन में ठाकुर इन्द्र सिंह के निकट सहयोगी, अलवर के गौ सांसद तथा प्रसिद्ध योगाचार्य केदार शर्मा का मार्गदर्शन और सहयोग अत्यंत सराहनीय रहा। समस्त आयोजन की व्यवस्थाएं ठाकुर परिवार के रामबाबू सिंह, गोविंद सिंह, माधो सिंह, चंद्र सिंह सहित पूरे किलानौत परिवार के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हो रही हैं, जिन्होंने क्षेत्रीय नागरिकों से अधिकाधिक संख्या में भाग लेकर कथा श्रवण द्वारा धर्मलाभ अर्जित करने की भावपूर्ण अपील की है। इस अवसर पर भारी संख्याँ में क्षेत्र के धर्मप्रेमी महिला व पुरुष तथा युवा उपस्थित रहें व राम कथा का रसपान किया।