भीलवाड़ा। मांडल थाना पुलिस ने क्षेत्र के रायसिंहपुरा गांव में पत्नी की हत्या करने के आरोप में आरोपित पति को गिरफ्तार कर लिया और मामले का चंद समय में खुलासा कर दिया उक्त मामला 20 मई का है । हत्या के मामले का खुलासा करने के लिए एसपी धर्मेंद्र सिंह के आदेश पर विशेष टीम बनाई गई जिसमे सहाड़ा एएसपी रोशन लाल का निर्देशन और मांडल वृताधिकारी मेघा गोयल का सुपरविजन मिला । थाना प्रभारी राजपाल सिंह के नेतृत्व में टीम ने हत्या के इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपित हरीश कुमार बंजारा उम्र 23 साल निवासी बरकातपुरा जिला बुलंदशहर उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार करने में महज दो दिन में सफलता हासिल की । मांडल थाना पुलिस के अनुसार 21 तारीख को मृतका के भाई विक्रम सिंह निवासी फतेहनगर, उत्तरप्रदेश ने मांडल थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया था और बताया की उसकी बहन सरोज की शादी 2008 में नेमसिंह निवासी बरकातपुरा के साथ हुई थी दोनो के दो बच्चे है 2015 में नेमसिंह की मौत हो गई थी उसके बाद परिवार वालो ने 2022 में उसकी बहन का नाता विवाह उसके देवर आरोपित हरीश कुमार से कर दिया । कुछ दिन ठीक चलता रहा बाद में आरोपित आए दिन शराब पीकर सरोज के साथ मारपीट करता था इस बात को लेकर भाई विक्रम और उसके चाचा दोनो बरकातपुर गए जहां आरोपित को समझा कर उससे माफी मंगवाई और पुनः सुलह हो गई । कुछ दिन निकलने के बाद हरीश ने वापस शराब पीकर मारपीट शुरू कर दी और सरोज और दोनो बच्चो को घर से बाहर निकाल दिया सरोज दोनो बच्चो को लेकर फतेहपुर अपने पीहर पहुंच गई । इसी बीच कुछ दिन बाद आरोपित और उसका जीजा बबलू निवासी बालमपुर दोनो फतेहनगर आए और दोबारा ऐसी गलती नहीं करने की जिम्मेदारी ली और परिजनों ने आश्वासन दिया तो सरोज वापस अपने ससुराल चली गई । कुछ दिन बाद आरोपित सरोज और दोनो बच्चो को यहां रायसिंहपुरा खेड़ा लेकर आ गया और फेक्ट्री में मजदूरी करने लगा । 20 मई 2025 को विक्रम की भांजी ने फोन किया और बताया की आरोपित हरीश ने शराब पीकर सरोज के साथ मारपीट की ओर छत पर ले जाकर रस्सी से गला गोट कर मार डाला । जब परिजन यहां पहुंचे तो सरोज मृत अवस्था में थी । उक्त मामले को लेकर मांडल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट और एफ एस एल टीम को मौके पर बुलाया और साक्ष्य जुटाए । आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपित हरीश कुमार पकड़ा गया । पुलिस द्वारा उससे सख्ती से पूछताछ की जा रही है । टीम में उप निरीक्षक रविंद्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक कैलाश चंद्र कांस्टेबल हंसराज, सांवरसिंह, देवेंद्र कुमार, पिंटू कुमार आदि शामिल थे । सहायक उप निरीक्षक कैलाश चंद्र और कांस्टेबल सांवर, देवेंद्र और पिंटू का विशेष योगदान रहा ।