फतेहगंज दुग्ध समिति में आमसभा एवं पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित
कोटा। स्मार्ट हलचल|कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक संघ द्वारा फतेहगंज दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति में आमसभा एवं पारितोषिक वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में समिति के सक्रिय सदस्यों को सम्मानित किया गया तथा पशुपालकों को केंद्र व राज्य सरकार की नवीनतम योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समिति अध्यक्ष महावीर नागर व सचिव कमलेश नागर ने अतिथियों का माला व साफा पहनाकर अभिनंदन किया। सुसा दुग्ध उत्पादक सरकारी समिति के डायरेक्टर धनराज सैनी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
पशुपालन से ही बढ़ेगी किसानों की आय
इस अवसर पर अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने कहा कि किसानों को केवल पारंपरिक खेती पर निर्भर रहने के बजाय पशुपालन को अपनी आय का स्थायी साधन बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के नेतृत्व में पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार कई योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ कोटा सरस डेयरी के माध्यम से सीधा पशुपालकों तक पहुंचाया जा रहा है।
नवीन तकनीकों से नस्ल सुधार की दिशा में कदम
राठौड़ ने बताया कि इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के माध्यम से उन्नत नस्लों का विकास किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक सफल गर्भधारण पर सरकार ₹5,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। इसके साथ ही सेक्स-सॉर्टेड सीमन तकनीक का उपयोग कर उच्च गुणवत्ता वाली बछियों के जन्म को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें लागत का 50% तक सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि गिर, साहीवाल, राठी, थारपारकर, हरियाणा और कांकरेज जैसी देशी नस्लों के सांडों का संतति परीक्षण कर श्रेष्ठ नस्लों का संवर्धन किया जा रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा जीनोमिक चयन की आधुनिक पद्धति से पशुओं के आनुवंशिक सुधार को गति दी जा रही है।
महिलाओं और पशुधन सुरक्षा को प्राथमिकता
चैन सिंह राठौड़ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रगतिशील महिला पशुपालकों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। पंचायत समिति स्तर पर ₹10,000, जिला स्तर पर ₹25,000 और राज्य स्तर पर ₹50,000 की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाती है। वहीं, मंगला पशु बीमा योजना के तहत दुधारू गाय और भैंसों को ₹40,000 तक का बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे पशुपालकों को आपदा या बीमारी की स्थिति में आर्थिक राहत मिल सके।
घर तक पहुंचेगी पशु चिकित्सा सेवाएं
समारोह में यह भी जानकारी दी गई कि अब पशुपालकों को चिकित्सा सेवाओं के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। मोबाइल वेटरिनरी यूनिट (MVU) के माध्यम से अब पशुपालकों को घर पर ही टीकाकरण, गर्भ परीक्षण और अन्य चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को त्वरित सुविधा मिल रही है।
दुग्ध समिति को सराहना व सम्मान
समारोह में अध्यक्ष राठौड़ ने फतेहगंज दुग्ध समिति के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी समितियां न केवल दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित कर रही हैं, बल्कि गांवों की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ बना रही हैं। उन्होंने समिति को संघ की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया और विश्वास जताया कि पशुपालकों की सहभागिता से आने वाले समय में यह क्षेत्र और भी प्रगति करेगा।