जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने समीक्षा बैठक में जिले के अधिकारियों को दिए निर्देश, जिले में 05 जून से 20 जून तक चलाया जाएगा जल संग्रहण एवं जल संरक्षण पखवाड़ा, 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जिलेभर में होंगे विभिन्न आयोजन, जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों को सौंपे दायित्व, दिए विस्तृत निर्देश, एडीएम अर्पिता सोनी, सीईओ श्वेता कोचर सहित अधिकारी रहे मौजूद
बजरंग आचार्य
चूरू। स्मार्ट हलचल|जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने शुक्रवार को डीओआईटी वीसी सभागार में जिले के सभी अधिकारियों को समीक्षा बैठक में विभागीय गतिविधियों की चर्चा कर जिले में 05 जून से 20 जून तक आयोजित किए जाने वाले जल संग्रहण व जल संरक्षण पखवाड़े तथा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिलेभर में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर दायित्व सौंपते हुए समुचित निर्देश दिए।
जल संग्रहण व जल संरक्षण पखवाड़े को लेकर निर्देश
जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि हम सभी मिलकर जल संरचनाओं के संरक्षण के लिए संकल्पित प्रयास करें। हम सभी का प्रकृति व प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए उत्तरदायित्व निर्धारित हो और हम सभी समन्वित प्रयासों से निर्वहन करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप जल संरचनाओं व जलग्रहण गतिविधियों को बढ़ावा दें। इसमें सभी विभागों का मजबूत समन्वय हो तथा आमजन, एनजीओं व स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। पखवाड़े के दौरान दैनिक गतिविधियों की प्लानिंग हो। जिला स्तर, ब्लॉक स्तर व ग्राम स्तर तक सभी गतिविधियां नियमित रूप से आयोजित की जाएं।
योग दिवस की पूर्व तैयारियों को लेकर निर्देश
इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर सुराणा ने कहा कि योग दिवस के लिए आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में समुचित प्रचार- प्रसार करें। औषधालयों में आने वाले आमजन को पीले चावल आदि देकर योग दिवस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित करें तथा योग गतिविधियों से जोड़ें। कार्यक्रम के आयोजन को लेकर सभी अधिकारी ब्लॉक व ग्राम स्तर पर स्थान का चयन कर समुचित तैयारियां सुनिश्चित करें। इसके लिए उपखंड अधिकारी योगा प्रशिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों व कोच आदि के साथ बैठक कर समुचित समन्वय स्थापित कर सफल आयोजन सुनिश्चित करें। उपखंड व ग्राम स्तर पर लोगों को जागरूक करें तथा सहभागिता सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित सेठाणी जोहड़े में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम को लेकर संबंधित अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने जल संग्रहण व जल संरक्षण पखवाड़े व अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम को लेकर सभी विभागों के अधिकारियों को दायित्व सौंपते हुए समुचित निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने एनएफएसए आवेदनों के निस्तारण, ई-फाइल डिस्पोजल टाइम को कम करने, सीएम जनसुनवाई व संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के समयबद्ध निस्तारण, ई-डाक पेंडेंसी को समाप्त करने सहित विभागीय गतिविधियों को लेकर विस्तृत निर्देश दिए।
एडीएम अर्पिता सोनी पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फिजीकल वेरिफिकेशन को लेकर निर्देश दिए।
सीईओ श्वेता कोचर ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त ग्राम योजना व ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं को लेकर समुचित निर्देश दिए।
इस दौरान समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे तथा उपखंडों से वीसी के जरिए समस्त उपखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।
अधिकारियों को सौंपे दायित्व
जिला कलक्टर ने कृषि, शिक्षा, पंचायतीराज, उद्यान, सूचना एवं जनसम्पर्क, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार, नगरनिकाय, वाटरशेड, पीएचईडी, उद्योग, वन विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को दायित्व सौंपे तथा समुचित निर्देश दिए।
आयोजित होंगी विभिन्न गतिविधियां
पखवाड़े के दौरान वर्मी कंपोस्ट, फॉर्म पौंड, पानी की डिग्गी आदि की स्वीकृति जारी करवाना, कृषि शिविर, स्प्रिंकलर डेमो, प्रगतिशील किसानों की बैठक, कृषक प्रशिक्षण, मेड़बंदी, खेत तालाब निर्माण पर विशेष कार्य, केवीके में विशेष गोष्ठियां, स्कूलों में निबंध व भाषण प्रतियोगिता, जलग्रहण संरचनाओं की सफाई, स्कूल परिसर में वर्षा जल संग्रहण प्रणाली की स्थापना, जल/स्वच्छता सप्ताह, स्कूलों में बच्चों की जल प्रहरी टीमों का गठन व प्रशिक्षण, मॉडल स्कूल चयन, जल संग्रहण सरंचनाओं का पूजन, महानरेगा निरीक्षण, ग्राम सभा, जल स्त्रोंतों की सफाई, नवीन स्वीकृत कार्यों को प्रारंभ करवाना, एसबीएम गतिविधियां, वृक्षारोपण, एमजेएसए अभियान में निर्धारित कार्यों की स्वीकृति जारी करना व कार्य प्रारंभ करवाना, पंचायत भवनों पर जल संरक्षण से जुड़ी आईईसी गतिविधियां करवाना, पंचायत स्तर पर मॉनीटरिंग समितियों का गठन व निरीक्षण, नगरनिकायों में स्वच्छता जागरूकता रैली, पोस्टर बैनर से जागरूकता, परंपरागत जल स्त्रोतों की सफाई व मरम्मत, विशेष सफाई अभियान, जल संरक्षण रैली, वाटर टेस्टिंग अभियान, हैंडपंप, नलकूपों की मरम्मत, औद्योगिक इकाईयों में जल उपयोग ऑडिट, जल रिसाइकिल प्रणाली लागू करना, औद्योगिक क्षेत्रों में वृक्षारोपण, स्थानीय जैव विविधता जागरूकता कार्यक्रम, प्रत्येक कार्यालय परिसर में परिंडे लगाए जाना व जनसहभागिता से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।