रियाद: सऊदी अरब साल 2034 में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप और 2030 के एक्सपो की मेजबानी को देखते हुए अपनी शराब नीति में बदलाव कर रहा है। सऊदी अरब सरकार कुछ खास जगहों पर शराब बेचने की अनुमति देने की योजना बना रही है। सऊदी में इस्लामी कानून होने के चलते शराब पीने और बेचने की इजाजत नहीं है लेकिन क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ये फैसला लिया है। सऊदी सरकार को लगता है कि विदेश से बड़ी संख्या में लोगों के आने की वजह से शराब की कुछ दुकानों को अनुमति देना जरूरी है।
1932 में बने नियमों के बाद पहली बार शराब नीति में बदलाव किया है। 2026 से 600 टूरिस्ट लोकेशंस, जैसे नियॉम, रेड सी प्रोजेक्ट और फाइव-स्टार होटल्स, में वाइन, बियर और साइडर बिक्री की अनुमति मिलेगी। विजन 2030 का हिस्सा, ये फैसला 2034 विश्व कप और 2030 एक्सपो के लिए पर्यटन बढ़ाने का है। 20% से ज्यादा अल्कोहल वाले ड्रिंक्स पर बैन रहेगा। सख्त लाइसेंसिंग और ट्रेनिंग के साथ बिक्री होगी, ताकि इस्लामिक मूल्यों का ध्यान रखा जाए।
दरअसल, सऊदी अरब में वर्ल्ड एक्सपो 2030 और फिर 2034 में फीफा फुटबॉल विश्व कप जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजन होने है. सऊदी अरब में शराब की बिक्री शुरू करने का फैसला 2034 फुटबॉल विश्व कप और 2030 एक्सपो की तैयारियों का हिस्सा है, जो सऊदी को ग्लोबल टूरिज्म में बड़ा प्लेयर बनाएगा. साथ ही यह फैसला टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया जा रहा है.
सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सत्ता में आने के बाद देश में कई चौंकाने वाले सुधार हुए हैं. उनके शासन में महिलाओं को वाहन चलाने की अनुमति दी गई. सार्वजनिक मनोरंजन जैसे सिनेमा और संगीत कार्यक्रम को बढ़ावा मिला है. विदेशी पर्यटकों के लिए वीजा मुहैया करवाने की प्रक्रिया आसान बनाई गई है और शराब पर छूट देना एक बड़ा फैसला माना जा रहा है.