“प्लास्टिक का विकल्प बना ब्यावर: विश्व पर्यावरण दिवस पर 100% कम्पोजेबल बैग्स का अनावरण”
ब्यावर, 5 जून। स्मार्ट हलचल|गंगा दशहरा और विश्व पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर “वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान” की भव्य शुरुआत ब्यावर में की गई। कार्यक्रम में राजस्थान सरकार की उपमुख्यमंत्री माननीय दिया कुमारी ने विधिविधान से पीपल का वृक्षारोपण कर शुभारंभ किया और उपस्थित जनसमूह को जल संरक्षण व पर्यावरण संतुलन हेतु जागरूक किया।
इस अवसर पर महिलाओं द्वारा कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जो भारतीय संस्कृति में पवित्रता व संरक्षण की प्रतीक रही है। अटल वाटिका परिसर में हुए इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में विधायक शंकर सिंह रावत, विधायक प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह कानावत, प्रभारी सचिव विश्राम मीणा, जिला कलेक्टर डॉ. महेन्द्र खडगावत, अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री मोहनलाल खटनावलिया, नगर परिषद आयुक्त, उपखंड अधिकारी दिव्यांश सिंह, एसीईओ गोपाललाल सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी जी ने इस अवसर पर कहा की जल संरक्षण केवल एक अभियान नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के अस्तित्व से जुड़ा संकल्प है। ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ को हमें जन-जन का अभियान बनाना है। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण, जल-संरक्षण और पॉलिथीन के प्रयोग से बचना बेहद जरूरी है। उन्होंने ब्यावर के युवाओं की नवाचारी सोच की सराहना करते हुए कहा कि ब्यावर के युवा भी विकसित भारत की दिशा में नवाचार कर रहे हैं। इसी क्रम में युवा स्टार्टअप कार्तिकेय देवड़ा द्वारा निर्मित 100% जैव अपघटनीय व कम्पोजेबल कैरी बैग्स का वितरण जिला प्रशासन द्वारा किया गया। यह बैग्स न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि प्लास्टिक कैरी बैग्स की कीमत में ही उपलब्ध हैं, जिससे आमजन भी आसानी से इनका उपयोग कर सकते हैं। इस अनूठी पहल की सराहना करते हुए उपमुख्यमंत्री ने इसे राज्य स्तरीय पहचान दिलाने का आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने ब्यावर के पर्यटन और औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। जिला कलेक्टर डॉ. खडगावत द्वारा प्रस्तुत विस्तृत प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि: “ब्यावर में वन क्षेत्र और खनन क्षेत्र के संतुलन के साथ पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। वंदे गंगा जैसे अभियान इस दिशा में नई ऊर्जा देंगे। हमें बारिश का हर बूंद पानी सहेजना है, वाटर लेवल बढ़ाना है और सीएसआर के माध्यम से पानी की समस्याओं को दूर करना है।” सभी उपस्थित जनों ने “वंदे गंगा अभियान” को सफल बनाने का आह्वान किया।