मंत्री मदन दिलावर के आदेश के बाद बीडीओ ने चारागाह भूमि पर अवैध निर्माण की जांच की,नाड़ी की पाल तोड़कर बनाया अवैध मकान
जिला परिषद सीईओ ने विकास अधिकारी को लिखित आदेश दिया,तहसीलदार से संपर्क कर अविलंब अतिक्रमण हटाए
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)फुलिया कलां उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत नई राज्यास में प्रशासक सत्यनारायण भील द्वारा चारागाह भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर भीलों की नाड़ी की पाल तोड़कर बिना राजकीय स्वीकृति के स्वयं का मकान बनाने के मामले की शिकायत पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर को की गई थी।मामले में पंचायतराज मंत्री मदन दिलावर ने शाहपुरा पंचायत समिति विकास अधिकारी प्रकाश चंद्र स्वर्णकार को दूरभाष पर प्रशासक द्वारा अतिक्रमण कर मकान निर्माण करने की शिकायत पर जांच करने के आदेश दिए थे।जिसके बाद बीडीओ प्रकाश चंद्र स्वर्णकार तथा ग्राम विकास अधिकारी दीपक मीना मौके पर पहुंचे जहां मौका निरक्षण के दौरान ग्रामीणों से वार्ता कर मौका स्थिति देखी।जिसमे पाया गया कि नई राज्यास ग्राम पंचायत प्रशासक सत्यनारायण भील द्वारा व्यक्तिगत तौर पर ग्राम की आबादी क्षेत्र से बाहर खसरा संख्या 590/1060 क्षेत्रफल 2.5500 हेक्टेयर भूमि पर बिना किसी राजकीय स्वीकृति के अवैध अतिक्रमण कर दो कमरे व बरामदा बनाया गया।जिसकी छत डाला जाना बाकी है।प्रशासक द्वारा अवैध रूप से भीलों की नाड़ी की देवरिया जाने वाले रास्ते की पाल को तोड़कर आधा भवन निर्माण जल स्ट्रक्चर में किया जाना पाया गया था।मामले की जांच रिपोर्ट के बाद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रभान सिंह भाटी ने पंचायत समिति विकास अधिकारी को आदेश दिया की संबंधित तहसीलदार से अविलंब संपर्क कर अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।तथा वापस रिपोर्ट भी मांगी।
स्ट्रेक्चर खड़ा होने तक सचिव द्वारा कोई नोटिस जारी नही किया,ना काम रुकवाया।
जानकारी के अनुसार प्रशासक सत्यनारायण भील द्वारा चारागाह भूमि पर अवैध कब्जा कर दो कमरे व बरामदा बनाने तक ग्राम विकास अधिकारी दीपक मीणा द्वारा कोई नोटिस जारी नही किया गया।और ना ही निर्माण को रूकवाने का प्रयास किया गया।ग्रामीणों ने ग्राम विकास अधिकारी दीपक मीणा पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।ग्रामीणों ने अनेक बार ग्राम विकास अधिकारी मीणा को इसकी जानकारी दी लेकिन मामले में कोई कार्यवाही नहीं की।बाद में ग्रामीणों द्वारा पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर को शिकायत करने के बाद बीडीओ अवैध निर्माण व अतिक्रमण की जांच करने पहुंचे।
प्रशासक सत्यनारायण ने अधिकारियों को गुमराह किया।
मामले में तहसीलदार अनिल चौधरी से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया की फुलिया कला से कनेछन कलां सड़क निर्माण कार्य के दौरान उधर से होकर शाहपुरा जाते थे तब प्रशासक खुद खड़ा होकर कार्य करवाता दिखाई देता था जब पूछा तो सामुदायिक भवन निर्माण की बात कहता था।वही मामले को लेकर पटवारी ने भी तहसीलदार को मौखिक जानकारी में सामुदायिक भवन निर्माण करवाने की जानकारी दी थी।इससे साफ जाहिर होता है की प्रशासक भील ने अधिकारियों को भी जूठ बोलकर सामुदायिक भवन निर्माण कार्य करवाना बताया।अधिकारियों को प्रशासक ने गुमराह किया।वही तहसीलदार अनिल चौधरी को पटवारी द्वारका चौधरी ने जानकारी में बताया की ग्राम नई राज्यास के प्रशासक सत्यनारायण भील द्वारा ग्राम नई राज्यास की चारागाह भूमि पर किए जा रहे निर्माण के सम्बन्ध में मौके पर उपस्थित मौतविरानो व प्रशासक सत्यनारायण भील ने बताया कि वहां चौथ माता का चबूतरा है जिसके मंदिर का निर्माण किया जाना है। उस हेतु सामुदायिक भवन का निर्माण किया जा रहा है।
प्रशासक खुद बना अतिक्रमण माफिया,ग्रामीणों को भी करता रहा गुमराह..
जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायत क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने का कार्य करता है। सरकारी व गौचर भूमि से अवैध कब्जा हटाकर चारागाह विकास में भूमिका निभाता है ।ग्राम पंचायत को सुंदर और विकास की ओर अग्रसर करने का कार्य प्रशासक और मुखिया का होता है लेकिन यहां तो प्रशासक खुद अतिक्रमण माफिया बन बैठा है। बीडीओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया की ग्राम पंचायत नई राज्यास के प्रशासक सत्यनारायण भील ने चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर भीलों की नाड़ी की पाल तोड़कर आधा मकान निर्माण नाड़ी की पाल में किया हुआ है।वही ग्रामीणों को भी प्रशासक भील ने गुमराह कर आंगनबाड़ी केंद्र व सामुदायिक भवन निर्माण करवाना बताया था।