शोभायात्रा में गूंजे भगवान महावीर के संदेश और ‘जिओ ओर जीने दो’ के जयकारे
काछोला 10 जून-स्मार्ट हलचल|क्षेत्र के महुआ में आचार्य श्री ससंघ का मंगल प्रवेश हुआ जिसमे उमड़ा जन सैलाब।जैन संत 20 वीं सदी के प्रथमाचार्य चारित्र चक्रवर्ती 108 आचार्य श्री शांतिसागर जी की मूल बाल ब्रह्मचारी अक्षुण्ण परंपरा के पंचम पट्टाधीश वात्सल्यवारिधी गुरूदेव 108 आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ससंघ 36 पिच्छी का मंगल विहार दर्शनार्थ श्री चवलेश्वर पार्श्वनाथ, जहाजपुर की ओर चल रहा हैं।
प्रमोद जैन ने बताया कि आचार्य श्री भगवान वर्धमान सागर जी ससंघ का धर्म नगरी महुआ में मंगल प्रवेश हुआ।
इस मोके पर जैन समाज की महिलाए केसरिया साड़ी व पुरुषों एवं बच्चों ने सफेद वस्त्र धारण कर बैंड बाजो के साथ जैन भजनों पर नाचते गाते भगवान महावीर के संदेश ‘जिओ ओर जीने दो’ के जयकारे लगाते हुए साथ चल रहे थे।आचार्य श्री का महुआ नगर में जगह जगह पाद प्रक्षालन व अगवानी की।
कार्यक्रम की शुरुआत जैन पाठशाला बच्चो व महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से हुई।गुरुवर के मंगल प्रवचन व संघ की आहारचर्या हुई।आचार्य श्री ससंघ का क्षेत्र में 27 वर्ष बाद राजस्थान की धरा पर आगमन से क्षेत्र की जैन समाज मे खुशी की लहर है। आचार्य श्री के दर्शनार्थ दूर दराज से श्रावको की उपस्थिति निरन्तर रहती है।आचार्य श्री को किशनगढ़(अजमेर),
धामनिया,चवलेश्वर पार्श्वनाथ कमेटी,महुआ समाज द्वारा चातुर्मास के लिए श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद लिया।सकल जैन समाज महुआ में उत्साह है।


