— शनिवार निकलेगी घटयात्रा, ध्वजारोहण, पांडाल उद्घाटन, वेदी शुद्धि, दीप प्रवज्जलन, इंद्र एवं मंडल प्रतिष्ठा, श्री यागमंडल विधान पूजन और भगवान की माता की गोद भराई
जयपुर। स्मार्ट हलचल|धर्म नगरी के मानसरोवर, मान्यावास स्थित इंजीनियर्स कॉलोनी के नवीन जिनालय में शनिवार से तीन दिवसीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ गर्भ कल्याणक की क्रियाओं और श्री यागमंडल विधान पूजन से प्रारंभ होने जा रहा है। इस आयोजन में अपना मंगल सानिध्य प्रदान करने के लिए आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ का शुक्रवार को प्रातः 8 बजे भव्य शोभायात्रा के साथ मंगल प्रवेश सम्पन्न हुआ। आचार्य श्री सांगानेर से प्रातः 5 बजे विहार कर 6.15 बजे स्वर्ण पथ पर प्रवेश किया यहां पर सकल जैन समाज इंजीनियर्स कॉलोनी ने आचार्य श्री की अगवानी की जिसके पश्चात् यहां से भव्य शोभायात्रा का रूप धारण कर आचार्य श्री ससंघ को न्यू सांगानेर रोड़, स्वर्ण गार्डन रोड़ से होते हुए इंजीनियर्स कॉलोनी के चेत्यालय के दर्शन कर नवीन जिनालय में प्रवेश सम्पन्न करवाया।
प्रचार संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ का प्रातः 8 बजे इंजीनियर्स कॉलोनी के नवीन जिनालय में मंगल प्रवेश सम्पन्न हुआ। यहां पर सभी समाजबंधुओं ने आचार्य संघ के पाद प्रक्षालन और पुष्पवर्षा कर जिनालय में स्वागत किया, इसके पश्चात् सकल जैन समाज ने अष्ट द्रव्य के साथ पंचकल्याणक में सानिध्य प्रदान करने के लिए श्रीफल चढ़ा आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान ब्रह्मचारी जिनेश भैया ने पंचकल्याणक क्रियाओं का विवरण सबके समक्ष रखा, जिसके उपरांत आचार्य शशांक सागर महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वचन प्रदान किए। इस दौरान कमलचंद छाबड़ा, अशोक जैन खेड़ली वाले, पुष्पेंद्र जैन पचेवर वाले, प्रमोद बाकलीवाल, मयंक जैन, अरविंद सेठी, राजेंद्र सोनी, अनिल बोहरा, अशोक जैन, मनीष जैन, सीए मनीष छाबड़ा, सपन जैन, रवि जैन, गिरीश जैन, इंजीनियर्स कॉलोनी जैन महिला मंडल की सदस्याओं सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
पंचकल्याणक महोत्सव के आयोजन शनिवार से
महोत्सव समिति अध्यक्ष अनिल बोहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार से आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ सान्निध्य, पंडित धर्मचंद शास्त्री एवं ब्रह्मचारी जिनेश भैया के निर्देशन में तीन दिवसीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का शुभारंभ शनिवार को प्रातः 5.30 बजे से प्रारंभ हो जाएंगे। इस आयोजन में पाषाण से भगवान बनने की प्रत्येक क्रियाओं का ना केवल गुणगान होगा बल्कि विधान पूजन और सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से सभी श्रावक और श्राविकाओं को पंचकल्याणक महत्ता से अवगत भी करवाया जाएगा। शनिवार को प्रथम दिन गर्भ कल्याणक की क्रियाएं संपन्न होगी जिसकी शुरुवात प्रातः 5.30 बजे मंगलाष्टक, श्रीजी के कलशाभिषेक और शांतिधारा से प्रारंभ होगी। प्रातः 6.30 बजे 108 महिलाओं और समाजबंधुओं द्वारा बैंड – बाजों के साथ घटयात्रा निकाली जाएगी। प्रातः 7.30 बजे ध्वजारोहण, पांडाल उद्घाटन, वेदी शुद्धि पांडाल, वेदी शुद्धि संस्कार मंदिर, चित्र अनावरण, दीप प्रवज्जलन, नांदी कुंभ स्थापना और आचार्य शशांक सागर महाराज के मंगल प्रवचन होगे। दोपहर 1 बजे से सकलीकरण, इंद्र प्रतिष्ठा, मंडल प्रतिष्ठा, श्री यागमंडल विधान पूजन और भगवान की माता बनी श्रीमती तारा देवी कमलचंद छाबड़ा की गोद भराई की क्रियाएं संपन्न करवाई जाएगी। शाम 7 बजे से श्रीजी की आरती, आचार्य संघ की आरती, शास्त्र सभा, राज दरबार, इंद्र दरबार, रत्न वर्षा, हस्तिनापुर नगरी रचना, सोलह स्वप्न, 56 अष्ट कुमारियों द्वारा माता की सेवा सम्पन्न करवाई जाएगी।
मंत्री गिरीश जैन ने बताया कि मध्य रात्रि 12.45 बजे से बाल ब्रह्मचारी धर्मचंद शास्त्री और ब्रह्मचारी जिनेश भैया के निर्देश में गर्भ कल्याणक की आंतरिक क्रियाएं संपन्न होगी। शनिवार को शाम 6.30 बजे आम आदमी पार्टी राजस्थान के नवनियुक्त प्रभारी एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य धीरज टोकस आचार्य श्री के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे और श्रीजी की मंगल आरती ने भी शामिल होगे। वहीं रविवार को प्रातः 11 बजे राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, विधायक कैलाश वर्मा भी पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में सम्मिलित होकर आचार्य संघ का मंगल आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। रविवार को जन्मकल्याणक, तप और ज्ञान कल्याणक की क्रियाएं संपन्न होगी, जन्मकल्याणक के अवसर पर पांडुकलशिला पर जन्माभिषेक कलश होगे जिसके सैकड़ों श्रद्धालु कलश करेंगे।